मुस्लिमों, दलितों और दूसरे अल्पसंख्यकों के खिलाफ हो रहे लिंचिंग से चिंतिंत कलाकारों समेत कई बड़ी हस्तियों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को चिट्ठी लिखी है और ऐसे मामलों में सख्त कदम उठाने के लिए कहा है। देशभर की 49 बड़ी हस्तियों (जिसमें अनुराग कश्यप, अपर्णा सेन, श्याम बेनेगल, मणिरत्नम और कोंकणा सेन शर्मा जैसे लोग शामिल हैं) ने पीएम मोदी के नाम यह चिट्ठी लिखी है। विभिन्न पृष्ठभूमि की 49 हस्तियों ने इस मुद्दे को हल करने के लिए एक साथ 23 जुलाई को प्रधानमंत्री को लिखे पत्र के जरिए यह मुद्दा उठाया।
चिट्ठी लिखने वाले 49 लोगों में से एक थीं मशहूर बांग्ला फिल्म मेकर अपर्णा सेन। इसी मुद्दे पर अपर्णा ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को भी संबोधित किया। इस लाइव प्रेस कॉन्फ्रेंस के वक्त ही रिपब्लिक टीवी के संस्थापक और एडिटर इन चीफ अर्नब गोस्वामी अपने टीवी स्टूडियों से ही उनसे फोन पर सवाल पूछने लगे। प्रेस कॉन्फेंस के दौरान अपर्णा ने गोस्वामी के सवालों का जवाब देने से मना कर दिया और फोन एक किनारे रख दिया। हालांकि, अर्नब पर इसका कोई असर नहीं हुआ और वे लगातार अपर्णा से धाराप्रभाव सवाल पूछते रहे।
सवाल पूछते समय अर्नब की आवाज काफी ऊंची थी। वो कई मिनट तक बिना दूसरी तरफ से कोई प्रतिक्रिया मिले अपर्णा सेन से सवाल दागते रहे, जबकि वह प्रेस कॉन्फेंस में मौजूद पत्रकारों के सवालों का जवाब दे रही थीं। सेन से अर्नब गोस्वामी के इन सवालों का वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो गया। वीडियो शेयर कर लोग अर्नब गोस्वामी का खूब मजाक उड़ा रहे हैं और उन्हें ट्विटर पर जमकर ट्रोल किया जा रहा है।
इसी कड़ी में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता संजय निरुपम ने अर्नब गोस्वामी के उस वायरल वीडियो को शेयर करते हुए उन्हें पागल करार दे दिया है। संजय निरुपम ने अर्नब को पागल करार देते हुए ट्वीट किया, “ये (अर्नब गोस्वामी) सचमुच पागल हो गया है। इसे जल्दी डॉक्टर तक पहुंचाना जरूरी है।”
ये सचमुच पागल हो गया है।इसे जल्दी डॉक्टर तक पहुँचाना जरूरी है। https://t.co/ynySeGKbTB
— Sanjay Nirupam (@sanjaynirupam) July 25, 2019
दरअसल, ट्विटर यूजर्स का कहना है कि फोन लाइन के दूसरी तरफ कोई भी नहीं था और अर्नब अपने आप से ही सवाल पूछ रहे थे। कुछ ने गोस्वामी के इस आचरण को “असहनीय” बताया। हालांकि, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और हिंदुत्व समर्थक कुछ यूजर्स अर्नब का समर्थन भी कर रहे हैं। पत्रकार उमाशंकर ने ट्वीट कर लिखा, “क्या पागलपन है ये! बंदा ख़ुद पीसी में है नहीं, पीसी का फ़ीड काट लिया और फ़ोन पर चिल्लाए जा रहा है! सच में चाटुकारिता की नई इबारत लिख रहा है स्वयंभूस्वामी!” इसके अलावा वरिष्ठ पत्रकार और एनडीटीवी में साथ काम कर चुकीं बरखा दत्त ने भी वीडियो पर ट्वीट कर अर्नब को आड़े हाथों लिया है।
देखें, लोगों की प्रतिक्रियाएं:
ये क्या हो रहा है?
किसी की समझ मे आये तो समझाये ज़रा? https://t.co/FVlqOD1zIf
— Sharad Sharma (@sharadsharma1) July 25, 2019
Intolerable on every single level. This is how Arnab Goswami needs to be stumped & exposed & IGNORED. https://t.co/kg9px9gAdb
— Swastika Mukherjee (@swastika24) July 25, 2019
क्या पागलपन है ये!
बंदा ख़ुद पीसी में है नहीं, पीसी का फ़ीड काट लिया और फ़ोन पर चिल्लाए जा रहा है!
सच में चाटुकारिता की नई इबारत लिख रहा है स्वयंभूस्वामी! https://t.co/BDhm9acJs5
— Umashankar Singh (@umashankarsingh) July 25, 2019
Anyone who watches and endorses this dangerous drivel has no right to ever criticise news media again. If this journalism, I'm the Indian prime minister. https://t.co/oV4mjzE4E0
— barkha dutt (@BDUTT) July 25, 2019
Most people thought it was impossible to handle Arnab's verbal assault in a news debate….but filmmaker, screenwriter and actress #AparnaSen just showed how it's done ??#TheNationNowKnows pic.twitter.com/JPoZqJGpja
— The DeshBhakt (@akashbanerjee) July 25, 2019
Where were you then?
Aparna Sen?Arnab Goswami has now moved from news to performance art.
— Arnab Ray (@greatbong) July 25, 2019
अलग-अलग क्षेत्र के 49 बड़ी हस्तियों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को एक खुला पत्र लिखकर भारत में बढ़ रहे लिंचिंग के मामलों पर चिंता व्यक्त की है। पत्र पर श्याम बेनेगल, रिद्धि सेन, रामचंद्र गुहा, बिनायक सेन, सौमित्र चटर्जी, रेवती, शुभा मुद्गल, अनुपम रॉय शामिल आदि के साक्षात्कार किए गए हैं। पत्र में शुरुआत में लिखा गया है, प्रिय प्रधानमंत्री, हम शांतिप्रिय और गर्वित भारतीयों के तौर पर अपने प्रिय देश में हाल के दिनों में घटित होने वाली कई दुखद घटनाओं के बारे में काफी चिंतित हैं।