मिजोरम विधानसभा अध्यक्ष और बुजुर्ग कांग्रेसी नेता हिफेई ने सोमवार (5 नवंबर) को चुनाव से ठीक पहले कांग्रेस को बड़ा झटका देते हुए पार्टी और अपने पद से इस्तीफा दे दिया। कांग्रेस से इस्तीफा देने के कुछ देर बाद ही उन्होंने भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) का दामन थाम लिया। उन्होंने अपना इस्तीफा विधानसभा उपाध्यक्ष आर लालरीनावामा को सौंपा। इस दौरान उनके साथ बीजेपी के वरिष्ठ नेता बी डी चकमा के अलावा अन्य लोग भी थे।
पार्टी छोड़ने के बाद हिफेई ने कहा कि उन्होंने अपने पद, सदन और कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने ने कहा कि उन्होंने अपना इस्तीफा विधानसभा उपाध्यक्ष आर. लालरीनवमा को सौंपा जिन्होंने उसे स्वीकार कर लिया है। अनुभवी नेता हिफेई 2013 में पलक विधानसभा क्षेत्र से चुनकर 40 सदस्यीय विधानसभा में पहुंचे।
इस घटनाक्रम ने पिछले कईं दिनों से जारी अटकलों को विराम दे दिया है जिनके बारे में तरह तरह की बातें की जा रही थी। वह पिछले कुछ दिनों से बीजेपी के तमाम बड़े नेताओं के साथ संपर्क में थे। उनका मारा जनजातीय समुदाय में अच्छा प्रभाव है। वह सिआहा जिले की पालाक विधानसभा क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करते हैं और यह उनका गढ़ माना जाता है। वह सोमवार दोपहर बाद प्रदेश बीजेपी कार्यालय अटल भवन में औपचारिक रूप से बीजेपी में शामिल हो गए।
Aizawl: Congress leader Hiphei who had resigned as Speaker of Mizoram Legislative Assembly, joins BJP pic.twitter.com/rd8T4PSJv8
— ANI (@ANI) November 5, 2018
यह घटनाक्रम कांग्रेस के लिए एक बड़ा झटका माना जा रहा है, क्योंकि कांग्रेस ने 28 नवंबर को होने वाले विधानसभा चुनावों में उन्हें अपना उम्मीदवार घोषित किया था। बीजेपी नेता एच लालरूआता ने समाचार एजेंसी यूनीवार्ता को बताया कि उनका बीजेपी के साथ जाना कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के लिए एक बड़ा झटका होगा, क्योंकि उनकी पूर्वोत्तर में ईसाई जनजातीय नेता के तौर पर काफी ख्याति है।
वह पिछले हफ्ते गुवाहाटी गए थे और असम के वित्त मंत्री हिमंता बिस्वा शर्मा से मुलाकात के बाद नई दिल्ली गए थे और वहां वरिष्ठ बीजेपी नेताओं से मुलाकात के बाद यहां लौटे थे। आपको दें कि नॉर्थ ईस्ट में मिजोरम एकमात्र कांग्रेस शासित राज्य है। यहां 28 नवंबर को विधानसभा चुनाव होने हैं। इसी दिन मध्य प्रदेश में भी मतदान होना है। जब कि दोनों राज्यों के नतीजे 11 दिसंबर को आएंगे।