उत्तर प्रदेश के बागपत में जिला शहरी विकास प्राधिकरण (डूडा) के कार्यालय के कंप्यूटर ऑपरेटर को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर भगोड़े गैंगस्टर विकास दुबे की तारीफ करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। ऑपरेटर संविदा कर्मचारी है। बता दें कि, गैंगस्टर विकास दुबे ने पिछले शुक्रवार को कानपुर के चौबेपुर गांव में आठ पुलिसकर्मियों की गोली मारकर हत्या कर दी थी। इसके बाद से ही विकास दुबे कानपुर पुलिस के लिए मोस्ट वॉन्टेड की लिस्ट में शुमार है।

समाचार एजेंसी आईएएनएस की रिपोर्ट के मुताबिक, फेसबुक पर पंडित अविनाश मिश्रा के नाम से अकाउंट चलाने वाले अविनाश मिश्रा (26) ने अपनी पोस्ट में न केवल पुलिसकर्मियों पर हमले के लिए दुबे की प्रशंसा की, बल्कि ऊंची जाति के लोगों की भावनाओं को भड़काने की भी कोशिश की। विकास दुबे कानपुर के चौबेपुर गांव में हुई आठ पुलिसकर्मियों की हत्या का मुख्य आरोपी है।
बागपत कोतवाली पुलिस स्टेशन के स्टेशन हाउस ऑफिसर (एसएचओ) ए.के. सिंह ने कहा, “आरोपी पर आईपीसी की धारा 153ए, 295-ए और आईटी अधिनियम की प्रासंगिक धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है।” मिश्रा देवरिया जिले का निवासी है और प्रधानमंत्री आवास योजना विभाग में संविदा पर कार्यरत है। पुलिस अधिकारी ने कहा, “यह कार्रवाई उन लोगों के लिए एक मजबूत संदेश है, जो जातिगत राजनीति को इस भीषण हमले में अनावश्यक रूप से शामिल करने की कोशिश कर रहे हैं।”
A computer operator,working as a contractual employee at the office of District Urban Development Authority in #Baghpat,was arrested for allegedly uploading posts on #socialmedia platforms praising absconding gangster #VikasDubey,main accused in killing of 8 policemen in #Kanpur. pic.twitter.com/FxnSKtGci5
— IANS Tweets (@ians_india) July 8, 2020
गौरतलब है कि, दो-तीन जुलाई की दरमियानी रात को गैंगस्टर विकास दुबे को पकड़ने गई पुलिस टीम पर बिकरू गांव में दुबे के गुगरें ने घात लगाकर हमला किया था, जिसमें बिल्हौर के पुलिस क्षेत्राधिकारी देवेंद्र मिश्र समेत आठ पुलिसकर्मी शहीद हो गए और कई घायल हो गए थे।
आठ पुलिसकर्मियों की हत्या करने वाले भगोड़े गैंगस्टर विकास दुबे के फरीदाबाद में नजर आने के बाद हरियाणा पुलिस को हाई अलर्ट पर रखा गया है। खुफिया रिपोर्टों के अनुसार, विकास फर्जी पहचान के जरिए बड़खल चौक इलाके में स्थित एक छोटे होटल में रुका था। लेकिन पुलिस के छापेमारी करने से पहले ही वह वहां से भाग निकला।