बिहार में बेगूसराय की एक अदालत में मशहूर गीतकार जावेद अख्तर के खिलाफ दिल्ली दंगे के मद्देनजर आम आदमी पार्टी (आप) से निष्कासित पार्षद ताहिर हुसैन की गिरफ्तारी पर टिप्पणी करने को लेकर एक परिवाद पत्र दायर किया गया है।
फाइल फोटोबेगूसराय के मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी ठाकुर अमन कुमार की अदालत में बुधवार को स्थानीय वकील अमित कुमार ने परिवाद पत्र दाखिल किया है। परिवाद पत्र में अख्तर के खिलाफ आईपीसी की धारा 124 ए, 153 ए और 153 बी के तहत शिकायत दर्ज की गई है। दिल्ली में हुए दंगे को लेकर 28 फरवरी को मीडिया में अख्तर की उक्त टिप्पणी को लेकर आई खबर को आधार बनाकर अमित द्वारा उक्त परिवाद पत्र दायर किया गया है। अमित ने बताया कि इस शिकायत के आधार पर इस मामले की अगली सुनवाई 25 मार्च को होगी।
उन्होंने कहा कि अख्तर ने ट्वीट कर कहा था, “दिल्ली में कई लोग मारे गए, घर फूंके गए, दुकान लूट ली गई पर पुलिस सिर्फ एक घर को सील कर मालिक को खोज रही है। संयोग से उसका नाम ताहिर है। दिल्ली पुलिस को सलाम।” अमित ने कहा है कि इस बयान को पढ़ने के बाद स्पष्ट है कि अख्तर हिंदुस्तान को जाति, संप्रदाय के नाम पर बांटने की कोशिश कर रहे हैं।
So many killed , so many injured , so many house burned , so many shops looted so many people turned destitutes but police has sealed only one house and looking for his owner . Incidentally his name is Tahir . Hats off to the consistency of the Delhi police .
— Javed Akhtar (@Javedakhtarjadu) February 27, 2020
बता दें कि, संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) और राष्ट्रीय नागरिक पंजीकरण (एनआरसी) को लेकर उत्तर-पूर्वी दिल्ली में भड़की हिंसा में मरने वालों की संख्या बढ़कर 47 हो गई है। कई इलाकों में भड़की हिंसा में 56 पुलिसकर्मियों समेत करीब 200 से अधिक लोग घायल बताए जा रहे हैं। इस हिंसा में हेड कांस्टेबल रतनलाल और इंटेलिजेंस ब्यूरो के अफसर अंकित शर्मा की भी मौत हो गई। (इंपुट: एजेंसी के साथ)