यौन उत्पीड़न के मामले में शिकायत दर्ज कराने के लिए चलाए जा रहे एक टोल फ्री नंबर को सरकार द्वारा अस्थाई तौर पर बंद कर दिया गया है। दरअसल, सरकार द्वारा यह फैसला इसलिए लेना पड़ा, क्योंकि पोर्न सर्च करने वाली एक वेबसाइट पर यह नंबर दिखाई दे रहा था। इतना ही नहीं इस पर यौन सेवाएं लेने के लिए फोन आ रहे थे। हालांकि फिलहाल एक वैकल्पिक नंबर शुरू किया गया है।
राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग (एनसीपीसीआर) के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि एक वैकल्पिक नंबर शुरू किया गया है। पोक्सो अधिनियम के तहत चल रहा हेल्पलाइन नंबर सितंबर से बंद है। अधिकारी ने कहा, ‘‘इस पर हर दिन अश्लील कॉल्स आने लगी थीं, जिसके बाद हमने इसे अस्थायी तौर पर बंद कर दिया है।’’ उन्होंने कहा कि ऐसे मामलों की रिपोर्ट करने के लिए 1098 की चाइल्डलाइन नंबर के अतिरिक्त एक वैकल्पिक नंबर उपलब्ध कराया गया है।
उन्होंने कहा कि फोन करने वाले लोगों से हुई बातचीत के आधार पर यह पाया गया कि जब उन्होंने ऑनलाइन पोर्न सर्च किया तो उन्हें वहां से यह नंबर मिला, जिसके बाद उन्होंने इस पर फोन किया। अधिकारी ने कहा, ‘‘जब ‘सेक्स’ जैसे शब्दों के साथ सर्च किया गया तो हेल्पलाइन नंबर दिखाई दिया। उन्होंने ‘सेक्स’ और नंबर देखा तथा सोचा कि यौन सेवाएं पाने के लिए इसका इस्तेमाल किया जा सकता है।’’
समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, एनसीपीसीआर के सदस्य यशवंत जैन ने कहा कि पुलिस में शिकायत दर्ज कराई गई है और बाल अधिकारों की शीर्ष संस्था सरकारी दूरसंचार सेवा प्रदाता एमटीएनएल के संपर्क में है ताकि इसका हल निकाला जाए।
जैन ने कहा, ‘‘दिक्कत यह है कि नंबर का व्यापक स्तर पर प्रचार किया गया है और इसके बदले में कोई और नंबर लाने से भ्रम पैदा होगा। यही कारण है कि हम इसी नंबर को फिर से चालू करने की कोशिश कर रहे हैं।’’ यह हेल्पलाइन नंबर 2016 में शुरू किया गया था। उन्होंने बताया कि हालांकि पिछले दो वर्षों में पोर्टल को सिर्फ 104 शिकायतें मिली हैं जिनमें से 54 का निपटारा किया गया।