भारत में जारी ‘मी टू’ अभियान ने बुधवार (10 अक्टूबर) को और भी तूल पकड़ी और कई महिलाओं ने अपने अनुभवों का सार्वजनिक तौर पर साझा किया जबकि केंद्रीय मंत्री एम जे अकबर और अभिनेता आलोक नाथ के साथ नए नाम भी इसके निशाने पर आए। कांग्रेस भी इस चर्चा में शामिल हो गई। उसने मांग की कि केंद्रीय मंत्री एम जे अकबर यौन उत्पीड़न के आरोपों पर संतोषजनक स्पष्टीकरण दें या तत्काल इस्तीफा दें।
मोदी सरकार अब भी इसपर खामोशी बनाए है। कानून मंत्री रवि शंकर प्रसाद से बुधवार को संवाददाता सम्मेलन में जब इसपर सवाल किया गया तो उन्होंने इसपर कोई टिप्पणी करने से इनकार कर दिया। कांग्रेस के वरिष्ठ प्रवक्ता एस जयपाल रेड्डी ने संवाददाताओं से कहा कि तीन और पत्रकारों ने अकबर के खिलाफ आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा, ‘‘जब उनके साथ काम कर चुकी वरिष्ठ पत्रकारों ने उनपर गंभीर आरोप लगाया है तो वह पद पर कैसे बने रह सकते हैं। मामले की जांच कराई जाए।’’
गायक कैलाश खेर, रघु दीक्षित, कमेंटेटर सुहेल सेठ और महिला कॉमिक स्टार अदिति मित्तल भी बुधवार को ‘मी टू’ की चपेट में आए, जिनपर यौन उत्पीड़न, बदसलूकी, गलत तरीके से छूने जैसे आरोप लगे। महिला एवं बाल विकास मंत्री मेनका गांधी ने कहा है कि किसी के भी खिलाफ यौन उत्पीड़न के आरोपों को गंभीरता से लिया जाना चाहिए क्योंकि आमतौर पर महिलाएं इस बारे में बोलने से डरती हैं। मेनका गांधी ने एक समाचार चैनल को कहा, ‘‘ ताकतवर पदों पर बैठे पुरूष अक्सर ऐसा करते हैं। यह बात मीडिया, राजनीति और यहां तक कि कंपनियों में वरिष्ठ अधिकारियों पर भी लागू होती है।’’
चेतन भगत ने लिखा खुला खत
भारत के मशहूर फिक्शन लेखक चेतन भगत ने एक महिला से माफी मांगने के बाद अब उनपर एक और महिला पत्रकार ने यौन शोषण का आरोप लगाया है। मिरर नाउ के पत्रकार संजना चौहान ने चेतन भगत के साथ बातचीत का एक स्क्रीनशॉट शेयर किया है। संजना द्वारा ट्वीट किए गए स्क्रीनशॉट में भगत महिला पत्रकार से अश्लील बात किया था। उन्होंने पूछा था कि क्या आपको सेक्स पसंद है?
He thought it was okay to ask me all this because I am an erotica writer. Also note his gaslighting attempt at an apology. Ladies, this is not okay. None of this is okay. No matter what it can or cannot do for your career. Your peace of mind comes 1st (2/2) pic.twitter.com/GCTvsMD8eg
— Sanjana Chowhan (@Sanjanachowhan) October 9, 2018
आपको बता दें कि इससे पहले महिला के साथ चेतन भगत की बातचीत का स्क्रीनशॉट वायरल हो गया था। जिसके बाद चेतन ने उस महिला और अपनी पत्नी से भी माफी मांगी थी। चेतन ने फेसबुक पर लिखा था कि सबसे पहले संबंधित महिला के लिए उन्हें सच में दुख है। चेतन ने कहा था कि स्क्रीनशॉट सच है और अगर आपको लगा हो कि स्क्रीनशॉट गलत है तो मैं आपसे क्षमा चाहता हूं। उन्होंने कहा था कि पत्नी अनुषा से उन्होंने माफी मांगी है।
He thought it was okay to ask me all this because I am an erotica writer. Also note his gaslighting attempt at an apology. Ladies, this is not okay. None of this is okay. No matter what it can or cannot do for your career. Your peace of mind comes 1st (2/2) pic.twitter.com/GCTvsMD8eg
— Sanjana Chowhan (@Sanjanachowhan) October 9, 2018
इस बीच व्हाट्सएप पर हुई बातों के स्क्रीनशॉट सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद हमले झेल रहे लेखक चेतन भगत ने बुधवार को कहा कि उन पर हमला किया जा रहा है और इल्जाम लगाया जा रहा है। समाचार एजेंसी IANS के मुताबिक, चार पन्नों के अपने विस्तृत बयान में चेतन भगत ने कहा, “मैं आपको बताना चाहता हूं कि मुझे कष्ट हो रहा है, क्योंकि मेरा नाम फालतू की बातों में घसीटा जा रहा है, और मेरे परिवार का और मेरा उत्पीड़न किया जा रहा है। ‘मी टू’ अभियान की आड़ में मुझ पर हमले हो रहे हैं और मुझे परेशान किया जा रहा है। मैं उत्पीड़क नहीं हूं, न कभी था और न कभी रहूंगा।”
बेस्टसेलिंग लेखक भगत की हालिया किताब ‘द गर्ल इन रूम 105’ मंगलवार को रिलीज हुई। भगत ने कहा कि वे स्क्रीनशॉट्स मजाकिया, लेकिन दोस्ताना और शालीन बातचीत के थे। उन्होंने कहा कि ऐसे आधारहीन आरोपों से उनकी पत्नी, 70 वर्षीय मां, उनके ससुराल पक्ष के लोग और उनके किशोर आयु के जुड़वा बेटों पर प्रभाव पड़ा है। उन्होंने कहा, “सभी लोग अपने-अपने स्तर पर परेशान हैं।” उन्होंने कहा कि ‘मी टू’ अभियान से कुछ सकारात्मक बदलाव आएगा।
उन्होंने कहा, “मैंने अपनी नई किताब का प्रचार भी रोक दिया, जिसके लिए मैंने प्रतिदिन काम किया, और सालों तक काम किया। जीवन में पहली बार लांच के दिन मैं अपनी किताब के पाठकों को धन्यवाद नहीं बोल पाया। सोशल मीडिया पर मुझे प्रतिदिन सैकड़ों संदेशों में बधाई दी जा रही है।” भगत ने कहा कि ‘मी टू’ अभियान के अच्छे पहलू हैं और सही शिकायतों के साथ कुछ अच्छे लोग भी हैं। उन्होंने कहा, “मैं उनके साथ हूं। हालांकि अभियान पहले ही बुरा रूप ले चुका है और अगर लोगों ने इसे गंभीरता से नहीं लिया तो सही लोगों को परेशानी होगी।”