केंद्र सरकार ने लोगों को हो रही समस्या को ध्यान में रखते हुए नोट बदलने और कैश निकालने की सीमा में बढ़ोतरी कर दी है। रविवार को वित्त मंत्रालय ने नोट बदलने की सीमा को 4000 से बढ़ाकर 4500 रुपए प्रतिदिन कर दी है।
वहीं अब सप्ताह में 20000 की जगह 24000 रुपए निकाल पाएंगे। एटीएम से पैसे निकालने की सीमा को 2000 रुपए से बढ़ाकर 2500 रुपए प्रतिदिन कर दी गई है।
वित्तमंत्रालय ने रविवार को बताया, ‘सभी बैंकों को सलाह दी गई है कि एटीएम से एक दिन में 2000 रुपए निकालने की सीमा को 2500 रुपए, सप्ताह में अकाउंट से 20 हजार रुपए निकालने की सीमा को 25 हजार रुपए और नोट बदलने की सीमा को 4000 रुपए से 4500 रुपए किया जाए।
इसके साथ ही कहा गया है कि एक दिन में चेक से केवल 10 हजार रुपए निकालने की सीमा को खत्म किया जाए।
वित्तमंत्रालय ने बैंकों द्वारा नए नोटों को बांटने और उनकी उपलब्धता पर रविवार को समीक्षा की है।
पहले चार दिनों (10 नवंबर से 13 नवंबर शाम पांच बजे तक) में 3.0 लाख करोड़ रुपए के पुराने नोट बैंकों में जमा कराए गए हैं। करीब 50 हजार करोड़ रुपए ग्राहकों को एटीएम, अकाउंट्स या पुराने नोट बदलकर दिए गए हैं।
वित्तमंत्रालय ने बैंकों से कि छोटी कीमत के नोट बांटने और उपलब्ध कराने के लिए कहा है। राज्य के मुख्य सचिवों को उन ग्रामीण इलाकों की पहचान करने के लिए कहा गया है, जहां पर कैश नहीं होने की दिक्कत हो रही है।
जनसत्ता की खबर के अनुसार, साथ ही वित्त मंत्रालय ने कहा कि ऐसी खबरें आ रही हैं कि कुछ बिजनेस हाउस ( जैसे अस्पताल) ग्राहकों से चेक, डीडी या ऑनलाइन के जरिए पैसे नहीं ले रहे हैं।
ग्राहकों को सलाह दी जाती है कि अगर ऐसी कोई दिक्कत है तो इसकी तुरंत शिकायत डीएम या जिला प्रशासन से करें। बैंकों से सीनियर सिटीजन और दिव्यांग लोगों के लिए अलग से लाइन लगाने की सलाह दी गई है।
इसके साथ ही नोटों के बदलने, कैश और जमा कराने की अलग-अलग लाइन बनाने के लिए कहा गया है। साथ ही बैंकों से कहा गया है कि मरीजों के लिए आपातकाल के लिए बड़ी अस्पतालों के बाहर मोबाइल बैंकिंग की सुविधा शुरू की जाए।
बता दें, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 500 और 1000 रुपए के नोट बंद करने का ऐलान आठ नवंबर को किया था। इसके बाद बैंकों से ट्रांजेक्शन करने पर सीमा लगा दी गई थी। अब केंद्र सरकार ने इसकी सीमा में बढ़ोतरी की है।