कॉल डिटेल रिकॉर्ड्स (सीडीआर) मामले में महाराष्ट्र की ठाणे पुलिस की हिरासत में रहे बॉलीवुड अभिनेता नवाजुद्दीन सिद्दीकी के वकील रिजवान सिद्दीकी को रिहा करने के बॉम्बे हाईकोर्ट के आदेश के खिलाफ महाराष्ट्र सरकार ने सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है। इस मामले पर सुप्रीम कोर्ट में 6 अप्रैल को सुनवाई होगी।
बता दें कि कानूनी प्रक्रियाओं का पालन करने की जरूरत को सबसे बड़ा आधार बताते हुए मुंबई हाई कोर्ट ने पिछले बुधवार (21 मार्च) को ठाणे पुलिस को रिजवान सिद्दीकी को गिरफ्तारी से राहत देते हुए रिहा करने का निर्देश दिया था। जिसके बाद शाम को पुलिस ने रिजवान को रिहा कर दिया। इस मामले में पुलिस महिला जासूस रजनी पंडित सहित 11 लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है।
Maharashtra government moves SC against last week's Bombay HC order which ordered release of advocate Rizwan Siddiqui as they will hear the plea on April 6 pic.twitter.com/AAwhKfoRrA
— TIMES NOW (@TimesNow) March 28, 2018
बता दें कि ठाणे पुलिस की क्राइम ब्रांच ने कथित रूप से निजी जासूसों से गैरकानूनी तरीके से सीडीआर हासिल करने के आरोप में रिजवान सिद्दीकी को 16 मार्च को गिरफ्तार किया था। कथित तौर पर अभिनेता नवाजुद्दीन सिद्दीकी की पत्नी का कॉल डेटा रिकार्ड अवैध रूप से हासिल करने के मामले में उन्हें गिरफ्तार किया गया था। हालांकि इस मामले में रिजवान का कहना है कि उन्होंने कुछ भी कानून के खिलाफ नहीं किया है। उन्हें फंसाया जा रहा है।
रिजवान ने पिछले दिनों गिरफ्तारी के बाद कहा था कि, ‘मैंने पहले ही पुलिस को एक खत भेजा था कि मुझे सबूत पेश करने से पहले बार कौंसिल की अनुमति लेने दें। इतने सहयोग के बावजूद अधिकारी प्रभारी ने उस पर कोई ध्यान नहीं दिया और मुझे उचित प्रक्रिया का पालन किए बिना गिरफ्तार कर लिया।’
रिजवान सिद्दीकी बॉलिवुड के जाने-माने कलाकारों सहित कई मशहूर हस्तियों के लिए वकालत कर चुके हैं। मशहूर महिला जासूस रजनी को इसी साल 2 फरवरी को गिरफ्तार किया था। उन्हें हाल में जमानत मिली है। इस साल जनवरी में गैरकानूनी तरीके से कॉल डिटेल रिकॉर्ड्स गिरोह का भंडाफोड़ हुआ था। यह गिरोह कथित रूप से सीडीआर गैरकानूनी रूप से हासिल करने के बाद बेचता था।
पिछले हफ्ते ठाणे पुलिस ने कहा था कि वह जांच के संबंध में ऐक्टर नवाजुद्दीन सिद्दीकी, उनकी पत्नी और उनके वकील को तलब कर चुकी है। उन्होंने अभी बयान दर्ज नहीं कराए हैं। हालांकि ठाणे पुलिस कमिश्नर ने स्पष्ट किया था कि नवाजुद्दीन सिद्दीकी का सीडीआर केस में प्रत्यक्ष भूमिका नहीं है।
पुलिस कमिश्नर परमबीर सिंह ने कहा था कि, ‘उन्हें गवाह के रूप में समन भेजा गया था और उन्होंने सहयोग देने के लिए आश्वासन दिया है।’ पुलिस के अनुसार कुछ आरोपियों ने बताया था कि एक वकील ने निजी जासूसों से अभिनेता की पत्नी के सीडीआर हासिल किए हैं।