देश के दो वरिष्ठ वकील इंदिरा जयसिंह और आनंद ग्रोवर के घर पर गुरुवार सुबह केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो यानी सीबीआई ने छापेमारी की है। गुरुवार को सीबीआई दिल्ली और मुंबई में उनके घर और दफ्तर पर छापेमारी की, जो अभी जारी है।यह छापेमारी विदेशी चंदा नियमन अधिनियम के कथित उल्लंघन मामले में की गई है। सीबीआई ने इस मामले में केस दर्ज कर लिया था। जिसके बाद गुरुवार को दिल्ली और मुंबई के उनके दफ्तरों और निवास में सर्च किया जा रहा है।
बताया जा रहा है कि एनजीओ के लिए विदेशी फंडिंग में कथित अनियमितताओं को लेकर सीबीआई यह कार्रवाई कर रही है। लॉयर्स कलेक्टिव पर विदेशी चंदा विनियमन कानून (FCRA) को तोड़ने का आरोप है। जिसके बाद केंद्रीय गृह मंत्रालय ने इसका लाइसेंस रद्द कर दिया था। इसी गड़बड़ी के सामने आने के बाद सीबीआई ने इस मामले में आनंद ग्रोवर और लॉयर्स कलेक्टिव पर केस दर्ज किया गया था।
CBI is carrying out raids at the residence of Supreme Court advocates Indira Jaising and Anand Grover, in connection with Foreign Contribution (Regulation) Act (FCRA) violation case pic.twitter.com/lM3axyurjP
— ANI (@ANI) July 11, 2019
सीबीआई ने इंदिरा जयसिंह और आनंद ग्रोवर पर विदेशी चंदे को भारत से बाहर भेजकर उसके दुरुपयोग का आरोप लगाया है। आरोपों के मुताबिक इंदिरा जयसिंह जब 2009 से 2014 के बीच एडिशनल सॉलिसिटर जनरल थीं तो उस दौरान उनके एनजीओ ने विदेशी चंदे से जुड़े कानून का उल्लंघन किया। सीबीआई के मुताबिक, उस वक्त इंदिरा जयसिंह के विदेश दौरों पर खर्च को एनजीओ के खर्च के रूप में दिखाया गया था और इसके लिए गृह मंत्रालय से जरूरी इजाजत भी नहीं ली गई थी।
बता दें कि इंदिरा जयसिंह और आनंद ग्रोवर देश के जाने माने वरिष्ठ वकील हैं। वह सुप्रीम कोर्ट में भी वकालत कर चुके हैं। इंदिरा जयसिंह 2009 से 2014 तक यूपीए सरकार के कार्यकाल के दौरान एडिशनल सॉलिसिटर जनरल के पद पर तैनात थीं। इसी बीच उनपर आरोप लगा था कि पद का फायदा उठाते हुए उन्होंने कथित तौर पर कानून का उल्लंघन किया। फिलहाल जांच जारी है।