गुजरात, मध्यप्रदेश, बिहार और यूपी के कई शहरों में अचानक कैश का संकट मंडराने लगा है। देश की इन राज्यों में कई शहरों में एटीएम खाली होने की शिकायत मिल रही है। इतना ही नहीं, कई छोटे शहरों में एटीएम खाली हैं और बाहर ‘नो कैश’ का बोर्ड लगा है, जिस कारण लोगों को पैसे मिल नहीं पा रहे हैं। बता दें कि, नोटबंदी के बाद पहली बार इस तरह की समस्या देखने को मिल रही है।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, बताया जा रहा है कि इन राज्यों में आरबीआई की ओर से नकदी का प्रवाह घटने के कारण इस तरह के हालात पैदा हुए हैं। एक बैंक अधिकारी के मुताबिक इन राज्यों में नकदी की कमी को पूरा किया जा सके, जिसके लिए तमाम कोशिशें की जा रही है। सभी राज्यों की सरकारें आरबीआई से संपर्क बनाए हुए हैं, ताकि जल्द से जल्द स्थिति को नियंत्रित किया जा सके।
एबीपी न्यूज़ में छपी रिपोर्ट के मुताबिक, रिजर्व बैंक के सूत्रों के मुताबिक त्योहारी मांग की वजह से कैश की कमी हुई है। जितनी जरूरत थी उतना कैश सप्लाई नहीं हुआ है लेकिन स्थिति अब सामान्य हो रही है। रिजर्व बैंक के मुताबिक एक दो दिनों में स्थिति सामान्य हो जाएगी।
ख़बरों के मुताबिक, गुजरात, मध्यप्रदेश, यूपी और बिहार ऐसे राज्य हैं, जहां लोगों को कैश की भारी किल्लत का सामना करना पड़ रहा है। एटीएम के बाहर लोगों की भारी भीड़ देखने को मिल रही है।
वहीं, मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सोमवार को कहा कि, ‘कुछ लोग 2,000 के नोट दबाकर नकदी की कमी पैदा करने की साजिश रच रहे हैं। जब (नवंबर 2016 में) नोटबंदी हुई थी तब 15 लाख करोड़ रुपये के नोट बाजार में थे और आज साढ़े 16 लाख करोड़ के नोट छापकर बाजार में भेजे गये हैं। लेकिन 2-2 हजार के नोट कहां जा रहे हैं, कौन दबाकर रख रहा है, कौन नकदी की कमी पैदा कर रहा है, ये षड्यंत्र है।’
एटीएम खाली होने की वजह से कई लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। वहीं, दूसरी और कुछ लोग अपनी परेशानियों को सोशल मीडिया पर शेयर कर रहें है।
राष्ट्रीय जनता दल(राजद) प्रमुख लालू प्रसाद यादव के बेटे और बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने ट्वीट करते हुए लिखा कि, ‘बिहार में विगत कई दिनों से अधिकांश ATM बिल्कुल ख़ाली है, लोगों के सामने गंभीर संकट है। लोगों का बैंकों में जमा अपना पैसा भी बैंक ज़रूरत के हिसाब से उन्हें नहीं दे रहे है। नोटबंदी घोटाले का असर इतना व्यापक है कि बैंको ने हाथ खड़े कर रखे है। नए नोट सर्कुलेशन से क्यों ग़ायब है?’
बिहार में विगत कई दिनों से अधिकांश ATM बिल्कुल ख़ाली है। लोगों के सामने गंभीर संकट है।
लोगों का बैंकों में जमा अपना पैसा भी बैंक ज़रूरत के हिसाब से उन्हें नहीं दे रहे है।
नोटबंदी घोटाले का असर इतना व्यापक है कि बैंको ने हाथ खड़े कर रखे है। नए नोट सर्कुलेशन से क्यों ग़ायब है?
— Tejashwi Yadav (@yadavtejashwi) April 16, 2018
Ok folks….those who r living in Delhi & across NCR…Pls DM me accurate place of ATMs near you which is dried and has cash crunch. Spread it to world and tell me how u n Ur close one r affected due to to cash crunch. Pls help and spread the message.
— ASHUTOSH MISHRA (@ashu3page) April 16, 2018
https://twitter.com/tanwer_m/status/985932205963739138?ref_src=twsrc%5Etfw&ref_url=https%3A%2F%2Fwww.jansatta.com%2Fnational%2Fcash-problem-in-four-states%2F633802%2F&tfw_creator=jansatta&tfw_site=jansatta
Re-up: Cash crunch at ATMs across India. RBI tells govt the rate of cash withdrawal more than the deposits in many states. Govt monitoring situation closely. Post-demonetisation blues continue?https://t.co/OC4xV2BOLY
— Somesh Jha (@someshjha7) April 15, 2018
Cash crunch is not only in few city but almost spreading all over India. Keep sufficient money with you for emergency daily petty needs.
— Office of IIN (@IINoffice) April 16, 2018
Cash Crunch Realty check
One of the most busiest place Paharganj – ICICI ATM now allowing withdrawal more than 4000, PNB all 2 ATMs have no cash, Bank of Baroda has No cash. Kotak & Bank of India dispensing cash. pic.twitter.com/GXACVDs3UR
— ASHUTOSH MISHRA (@ashu3page) April 17, 2018
Again reminding that Banks,RBI and Govt taking cash crunch situation in few place like North Bihar very lightly…People suffering and due to No communication from system,doubt emerging among many people. Even banks not giving desired money.
— Narendra nath mishra (@iamnarendranath) April 14, 2018
"नोटबंदी" जैसे फिर हालात!
देश के तीन बड़े राज्यों के ATM और बैंको में नकदी की किल्लत।लोगो को नहीं मिल रही है नकदी।#cashcrunch pic.twitter.com/k2b1NbmhkT— Malik Abdul Quadir (@AbdulQuadirNSUI) April 17, 2018