उत्तर प्रदेश के बलिया जिले के प्रसिद्ध खैरा मठ के महंत मौनी बाबा के खिलाफ अदालत के आदेश पर दुष्कर्म की एक नामजद प्राथमिकी दर्ज की गई है। महंत पर 17 वर्षीय एक किशोरी के साथ कथित तौर पर दुष्कर्म करने का आरोप है।
महंत के खिलाफ एक अदालत के आदेश पर भारतीय दंड संहिता और यौन अपराधों से बच्चों के संरक्षण (पोक्सो) अधिनियम के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई। उभांव थाना के प्रभारी ज्ञानेश्वर मिश्र ने बताया कि अपर मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी न्यायालय के गत तीन जनवरी के आदेश पर उभांव थाना क्षेत्र के खैरा ग्राम स्थित खैरा मठ के महंत मौनी बाबा के खिलाफ शुक्रवार को एक मामला दर्ज किया गया है।
उन्होंने बताया कि भारतीय दंड संहिता व यौन अपराधों से बच्चों का संरक्षण (पॉक्सो) अधिनियम की संबद्ध धाराओं के तहत महंत के खिलाफ यह नामजद प्राथमिकी दर्ज की गई। थाना प्रभारी ने बताया कि पुलिस मामले की छानबीन कर रही है। उन्होंने कहा कि न्यायालय कार्यालय से आदेश बिलम्ब से थाना को प्राप्त हुआ, जिस कारण प्राथमिकी दर्ज करने में देरी हुई।
इस बीच, पीड़िता ने पत्रकारों को बताया कि महंत एक करीबी रिश्तेदार है और पिता की मृत्यु के बाद, वह उसे पढ़ाने के लिए मठ में लाया था। वह पिछले पांच साल से उसके साथ दुष्कर्म कर रहा था। लड़की ने कहा कि न्याय के लिए पुलिस से बार-बार अनुरोध करने के बाद भी वह असफल रही, फिर उसने मुख्य पुजारी के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने की मांग को लेकर अदालत का दरवाजा खटखटाया।
राज्य की योगी सरकार भले ही महिलाओं की सुरक्षा को लेकर लाख दावे कर रही हो, लेकिन हकीकत इससे काफी दूर है। राज्य से रोज मासूम बच्चियों और महिलाएं से रेप व छेड़छाड़ की कोई न कोई घटनाएं सामने आती ही रहती है, जो चीख-चीखकर बता रही हैं कि यहां महिलाएं कहीं भी सुरक्षित नहीं है।
2019 में महिलाओं के खिलाफ सबसे अधिक अपराधों वाले राज्यों की सूची में उत्तर प्रदेश शीर्ष पर रहा। पिछले साल सितंबर में राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो द्वारा जारी किए गए नवीनतम आंकड़ों से यह बात सामने आई। उत्तर प्रदेश में 7,444 मामलों के साथ POCSO अधिनियम के तहत महिला बच्चों के खिलाफ सबसे अधिक अपराध हुए। उसके बाद महाराष्ट्र में 6,402 और मध्य प्रदेश में 6,053 थे। (इंपुट: भाषा और IANS के साथ)