भाजपा शासित राज्य उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर में हरियाली तीज महोत्सव में महिलाओं को मेहंदी लगाए जाने के विरोध को लेकर विवाद सामने आया है। करणी सेना के ग्यारह लोगों और दो दर्जन अज्ञात लोगों पर मुस्लिम मेहंदी कलाकारों को हिंदू लड़कियों और महिलाओं को मेहंदी लगाने से रोकने के प्रयास के लिए मामला दर्ज किया है। दो दिन पहले हरियाली तीज पर, सोशल मीडिया पर एक वीडियो शेयर किया गया था, जिसमें कथित तौर पर मुजफ्फरनगर के एक बाजार में करणी सेना के सदस्यों को मुस्लिम कलाकारों द्वारा मेहंदी ना लगाने के लिए महिला से पूछते हुए दिखाया गया था।
समाचार एजेंसी आईएएनएस की रिपोर्ट के मुताबिक, करणी सेना के महासचिव मनोज सैनी ने कहा था, उन्हें लगता है कि मुस्लिम युवक हिंदू लड़कियों को लुभाते हैं और मेहंदी लगाने के बहाने लव जिहाद में फंसाते हैं। करणी सेना ने मुजफ्फरनगर की दुकानों को मुस्लिम मेहंदी कलाकारों को काम पर रखने से रोकने के लिए भी कहा है। बुधवार रात करणी सेना के सदस्यों ने मेहंदी स्टॉल के मालिक प्रकाश चंद्रा को निशाना बनाया, जिन्होंने मुस्लिम कलाकारों को काम पर रखा था।
चंद्रा ने पुलिस को दी अपनी शिकायत में कहा, मैंने एमडीए कॉलोनी में एक मेहंदी स्टॉल लगाया था और लोगों का एक ग्रूप आया और मेरे पास जो कुछ भी था उसे फेंक दिया और कहा कि मंडी में कोई स्टॉल नहीं लगाया जा सकता है। उन्होंने मुझे मारने की धमकी दी अगर मैं उनकी अनुमति के बिना फिर से दुकान लगाउंगा। उन्होंने मुझे मौखिक और शारीरिक रूप से प्रताड़ित किया।
उनकी शिकायत के आधार पर, मनोज सैनी के साथ साथ 10 अन्य लोगों और 20-25 अज्ञात लोगों पर, स्वेच्छा से चोट पहुंचाने, शांति भंग करने के लिए जानबूझकर अपमान करने, आपराधिक धमकी और न्यू मंडी पुलिस स्टेशन को नुकसान पहुंचाने वाली शरारत के लिए मामला दर्ज किया गया था। उन्हें अभी तक गिरफ्तार नहीं किया गया है।
एसपी अर्पित विजयवर्गीय ने कहा कि मामले की जांच की जा रही है और उसके आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी। पुलिस का कहना है कि, आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएंगी।