सतलज-ब्यास नदी पानी बंटवारे को लेकर सुप्रीम कोर्ट ने गुरुवार को फैसला सुनाते हुए कोर्ट ने कहा है कि एसवाईएल पर निर्माण कार्य जारी रहेगा। कोर्ट के इस फैसले का पंजाब कांग्रेस ने विरोध जताया जिसके बाद पंजाब के सभी कांग्रेस विधायकों ने कैप्टन अमरेंद्र सिंह को अपने इस्तीफे भेज दिए हैं। इसके साथ ही फैसले के विरोध में अमरेंद्र सिंह ने भी लोकसभा से इस्तीफा दे दिया है।
सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर एडिशनल अटॉर्नी जनरल देवेंद्र सैनी ने कहा है कि हरियाणा को पानी मिलेगा। जल बंटवारे के मुद्दे पर बने समझौते को तोड़ने का पंजाब सरकार को कोई हक नहीं। कैप्टन अमरिंदर सिंह ने पहले ही कहा था कि अगर फैसला पंजाब के खिलाफ आया तो कांग्रेस के सभी विधायक इस्तीफा देंगे। इस्तीफे के बाद सतलुज यमुना लिंक नहर से जल बंटवारे के विवाद को लेकर सुप्रीम कोर्ट के इस फैसले को पंजाब सरकार के लिए एक बड़ा झटका माना जा रहा हैं।
जबकि इस पूरे इस्तीफे कांड पर प्रतिक्रिया देते हुए मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल ने कहा कि ये राजनीतिक ड्रामा है। अब आगे क्या किया जाएगा ये कैबिनेट की बैठक में तय होगा।