उत्तर प्रदेश के पीलीभीत से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सांसद वरुण गांधी ने शनिवार को एक बार फिर से सरकार की कृषि नीति पर सवाल उठाते हुए कहा कि सरकार को किसानों की मांग माननी चाहिए। इसके साथ ही उन्होंने भ्रष्टाचार के भी गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने नेताओं पर तंज कसते हुए कहा कि कुछ ऐसे नेता हैं जो पुलिस और खनन से पैसा लेते हैं।
समाचार एजेंसी एएनआई के अनुसार, बरेली में एक कार्यक्रम के दौरान वरुण गांधी ने कहा, “सरकार को किसानों की मांग माननी चाहिए। मैंने कोई भ्रष्टाचार नहीं किया है, लेकिन ऐसे नेता हैं जो पुलिस और खनन से पैसा लेते हैं। मैंने अपने सांसद का वेतन और सरकारी घर नहीं लिया है। जनता ने मुझे खुद का उत्थान करने की नहीं बल्कि जनता और उनके मुद्दों को उठाने की शक्ति दी है।”
Bareilly: Govt should accept farmers' demands. I haven't done any corruption but there're leaders who take money from police, mining…I haven't taken my MP salary, govt house… Public has given me power not to uplift myself but to uplift public & their issues: Varun Gandhi, BJP pic.twitter.com/T6AmzJLaJ0
— ANI UP (@ANINewsUP) October 23, 2021
वहीं, इससे पहले वरुण गांधी ने लखीमपुर खीरी में किसान द्वारा धान की फसल जलाने का वीडियो शेयर कर सरकार पर निशाना साधा है। भाजपा नेता ने वीडियो शेयर करते हुए अपने ट्वीट में लिखा, “उत्तर प्रदेश के किसान श्री समोध सिंह पिछले 15 दिनों से अपनी धान की फसल को बेचने के लिए मंडियों में मारे-मारे फिर रहे थे, जब धान बिका नहीं तो निराश होकर इसमें स्वयं आग लगा दी। इस व्यवस्था ने किसानों को कहाँ लाकर खड़ा कर दिया है? कृषि नीति पर पुनर्चिंतन आज की सबसे बड़ी ज़रूरत है।”
उत्तर प्रदेश के किसान श्री समोध सिंह पिछले 15 दिनों से अपनी धान की फसल को बेचने के लिए मंडियों में मारे-मारे फिर रहे थे, जब धान बिका नहीं तो निराश होकर इसमें स्वयं आग लगा दी।
इस व्यवस्था ने किसानों को कहाँ लाकर खड़ा कर दिया है? कृषि नीति पर पुनर्चिंतन आज की सबसे बड़ी ज़रूरत है। pic.twitter.com/z3EjYw9rIz
— Varun Gandhi (@varungandhi80) October 23, 2021
बता दें कि, इससे पहले भी वरुण गांधी कई बार किसानों के साथ खड़े दिखे है। उन्होंने कई बार किसानों के हक में आवाज बुलंद करते हुए गन्ना समर्थन मूल्य बढ़ाने, किसानों की बात सुनने की अपील करते रहे हैं। इस मामले को लेकर वो सीएम योगी आदित्यनाथ को पत्र भी लिख चुके है।