फिल्म अभिनेता और गुरदासपुर से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सांसद सनी देओल से हालिया लोकसभा चुनाव में अपने खर्च का ब्योरा देने को कहा गया है, क्योंकि पता लगा कि उनका चुनावी खर्च 70 लाख रुपये की वैधानिक सीमा से अधिक था। एक अधिकारी ने समाचार एजेंसी पीटीआई को यह जानकारी दी।
गुरदासपुर जिला निर्वाचन अधिकारी-सह-उपायुक्त विपुल उज्ज्वल ने देओल को अपने चुनाव खर्च खाते का ब्योरा देने के लिए नोटिस जारी किया। उज्ज्वल ने कहा, ‘‘पता लगा कि उनका चुनावी खर्च 70 लाख रुपये से अधिक था।’’ देओल ने गुरदासपुर सीट पर कांग्रेस के उम्मीदवार सुनील जाखड़ को 82,459 मतों के अंतर से हराया था।
उज्ज्वल ने चुनाव खर्च के आंकड़े पर टिप्पणी करने से इनकार कर दिया, लेकिन आधिकारिक सूत्रों ने कहा कि प्रारंभिक गणना के अनुसार, देओल का चुनावी खर्च 86 लाख रुपये पाया गया। उज्ज्वल ने कहा कि देओल के चुनाव खर्च की राशि ‘‘अंतिम’’ आंकड़ा नहीं है।
उन्होंने कहा कि देओल को खातों का वास्तविक ब्योरा पेश करने के लिए नोटिस जारी किया है। उज्ज्वल ने कहा कि अधिक खर्च पर टिप्पणी करना जल्दबाजी होगी। वहीं, सनी दयोल के कानूनी सलाहकारों का कहना है कि उनके सांसद के चुनाव खर्च का हिसाब-किताब लगाने में चुनाव आयोग की टीम से चूक हुई है। चुनाव खर्च की जांच रहे ऑब्जर्वरों को सही खर्च की विस्तार से जानकारी दे दी जाएगी।
जानकारों का कहना है कि अगर किसी जीते हुए सांसद के बारे में ये साबित हो जाता है कि उसने 70 लाख से ज्यादा खर्च किया है तो उस पर सख्त कार्रवाई का प्रावधान है। यहां तक कि जीते हुए उम्मीदवार की सदस्यता रद्द कर दूसरे नंबर पर रहे उम्मीदवार को विजेता घोषित किया जा सकता है।
पंजाब के गुरदासपुर संसदीय क्षेत्र से निर्वाचित सनी देओल जब मंगलवार को अंग्रेजी में शपथ ले रहे थे तो उन्होंने ‘अपहोल्ड’ शब्द को भूलवश ‘विदहोल्ड’ पढ़ दिया। हालांकि देओल ने अपनी त्रुटि को स्वयं भांपते हुए तत्काल इसे दुरूस्त कर लिया।
बता दें कि पंजाब की कुल 13 लोकसभा सीटों में कांग्रेस ने अपने दम पर 8 सीटें जीती है। जबकि भाजपा और अकाली दल ने दो-दो सीटें जीतीं है। 2014 के चुनावों में चार सीटें जीतने वाली आम आदमी पार्टी (आप) ने इस लोकसभा चुनाव में सिर्फ एक सीट ही जीती है।