अपनी टिप्पणियों को लेकर अक्सर सुखिर्यों में रहने वाले केन्द्र में सत्ताधारी दल भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सदस्य सुब्रमण्यम स्वामी ने शुक्रवार (28 अगस्त) को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमन के ‘दैवीय घटना’ वाले बयान को लेकर उन पर तंज कसा। उन्होंने पूछा कि पांच साल में आठ से तीन प्रतिशत GDP भी क्या ‘ऐक्ट ऑफ गॉड’ है?
भाजपा सांसद सुब्रमण्यम स्वामी ने शुक्रवार (28 अगस्त) को ट्वीट करते हुए लिखा, “मुझे यकीन है कि वित्त मंत्री निर्मला सीतारमन ने एक बैठक में कहा कि COVID-19 ईश्वर की देन है! मैं जल्द ही वीडियो पोस्ट करूंगा। क्या जीडीपी में वार्षिक वृद्धि दर में वित्त वर्ष 2015 में 8% से (1 Qtr 2020) 3.1% गिरावट (पूर्व C0VID थी) भी भगवान का एक कार्य है?।”
सुब्रमण्यम स्वामी का यह ट्वीट सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है, उनके इस ट्वीट पर यूजर्स भी जमकर अपनी प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं। बता दें कि, सुब्रमण्यम स्वामी हमेशा अपने बयानों को लेकर मीडिया की सुर्खियों में बने रहते है।
I am reliably informed that FM N. Sitharaman told a meeting that COVID-19 is an act God!! I will post the video soon. Was the decline in annual growth rate in GDP from 8 % in FY 15 to (1st Qtr 2020) 3.1 % pre-C0VID, also an act of God ?
— Subramanian Swamy (@Swamy39) August 28, 2020
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष और सांसद राहुल गांधी ने भी वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के ‘दैवीय घटना’ (ऐक्ट ऑ गॉड) वाले बयान को लेकर शुक्रवार को उन पर निशाना साधा और आरोप लगाया कि नोटबंदी, ‘त्रुटिपूर्ण जीएसटी’ और ‘विफल लॉकडाउन’ के कारण अर्थव्यवस्था तबाह हो गई। राहुल गांधी ने वित्त मंत्री के बयान का हवाला देते हुए शुक्रवार (28 अगस्त) को ट्वीट किया, ‘‘भारत की अर्थव्यस्था तीन कदमों- नोटबंदी, त्रूटिपूर्ण जीएसटी और विफल लॉकडाउन के कारण तबाह हो गई। इसके अलावा दूसरी बातें झूठ हैं।’’
गौरतलब है कि, वित्त मंत्री ने गुरुवार को कहा था कि अर्थव्यवस्था कोरोना वायरस (कोविड-19) महामारी से प्रभावित हुई है, जो कि एक दैवीय घटना है और इससे चालू वित्त वर्ष में इसमें संकुचन आएगा। चालू वित्त वर्ष में जीएसटी राजस्व प्राप्ति में 2.35 लाख करोड़ रुपये की कमी का अनुमान लगाया गया है। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने जीएसटी परिषद की 41वीं बैठक के बाद संवाददाताओं से कहा कि स्पष्ट रूप से जीएसटी क्रियान्वयन के कारण जो क्षतिपूर्ति बनती है, केंद्र उसका भुतान करेगा।