#MeToo: केंद्रीय मंत्री एमजे अकबर और साजिद खान के खिलाफ लगे यौन उत्पीड़न के आरोपों पर खुलकर बोलीं BJP सांसद किरण खेर

0

देश भर में चल रहे ‘मी टू’ अभियान के तहत हर रोज चौंकाने वाले खुलासे हो रहे हैं l इस बीच अब बॉलीवुड के तमाम कलाकार और फिल्मकार ‘मी टू’ अभियान से जुड़ रहे हैं और महिलाओं के यौन शोषण के खिलाफ प्रतिबद्धता दिखा रहे हैं। इस बीच भारतीय जनता पार्टी की सांसद और अभिनेत्री किरण खेर ने निर्देशक साजिद खान और केंद्रीय मंत्री एमजे अकबर पर लगे यौन उत्पीड़न के आरोपों को लेकर अपने विचार रखे हैं।

अभिनेत्री एवं राजनीतिज्ञ किरण खेर ने देश के प्रत्येक संस्थान में विशाखा गाइडलाइन्स लागू करने का शनिवार को आह्वान किया ताकि कार्यस्थल पर यौन उत्पीड़न की आशंका से निपटा जा सके। भारत में ‘मी टू’ अभियान पर टिप्पणी करते हुए दिग्गज अदाकारा एवं चंडीगढ़ से बीजेपी सांसद ने कहा कि यौन उत्पीड़न समाज की पितृसत्तात्मक सोच का परिणाम है जो पुरुषों को यह सिखाती है कि महिलाओं पर उनका अधिकार है।

समाचार एजेंसी भाषा के मुताबिक, टीवी कार्यक्रम “इंडियाज गॉट टैलेंट” के लिए मीडिया से बातचीत में उन्होंने कहा, “विशाखा गाइडलाइन्स हैं और ये प्रत्येक संस्थान में होनी चाहिए। और जो कोई भी ऐसी चीजों का सामना करती हैं उन्हें तत्काल इसकी रिपोर्ट करनी चाहिए। अगर आप दिशा-निर्देशों का पालन नहीं कर रहे तो आप गलती कर रहे हैं।’’ उन्होंने कहा, “यह सोच की वजह से हो रही है। महिलाओं एवं बच्चियों का बलात्कार क्यों हो रहा है..झूठी शान के नाम पर हत्याएं क्यों हो रही हैं…यह सब उसी सोच के कारण हो रहा है जो महिलाओं को अपने अधीन समझने और महिलाओं के लिए अपमान का भाव पैदा करती है।”

खेर ने कहा, “मुझे लगता है कि आपको जल्द से जल्द अपनी आवाज उठानी चाहिए। हर संस्थान में विशाखा गाइडलाइन्स होनी चाहिए क्योंकि ऐेसी चीजों के खिलाफ कानून हैं। अगर आप इसे लागू नहीं कर सकते तो आप गलती कर रहे हैं।’’ मामलों की जांच की जानी चाहिए और इसे संभव बनाने के लिए विशाखा गाइडलाइन्स जरूरी हैं। उन्होंने कहा, “तरुण तेजपाल वाले मामले में क्या हुआ था? विशाखा गाइडलाइन्स लागू नहीं थी। इसलिए ऐसे दिशा-निर्देश होने जरूरी हैं ताकि लोग अपनी हद जान सकें।”

अकबर और साजिद पर लगे आरोपों पर दिया बयान

खेर से कैबिनेट मंत्री एम. जे. अकबर के बारे में भी पूछा गया जिनपर कई महिलाओं ने यौन उत्पीड़न के आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा, “सरकार ने एक समिति गठित की है। केंद्रीय मंत्री मेनका गांधी ने घोषणा की है कि समिति में सेवानिवृत्त न्यायाधीश होंगे। चारों तरफ से आरोप सामने आ रहे हैं और मुझे पूरा भरोसा है कि मामले की जांच होगी और दोनों पक्षों को अपनी-अपनी बात रखने की अनुमति होगी।”

उन्होंने कहा, “अकबर अभी भारत में नहीं हैं और मुझे यकीन है कि जब वह लौटेंगे आपको आपके जवाब मिलेंगे। मैं मंत्रिमंडल में नहीं हूं इसलिए मुझे जानकारी नहीं है कि क्या हो रहा है। जब यह पूरी बात सामने आई थी, मैंने टीवी पर इसे देखा था। मैं निश्चित हूं कि वह मामले पर गौर करेंगे।” फिल्मकार साजिद खान के खिलाफ आरोपों के बारे में पूछने पर खेर ने कहा कि वह आरोप लगाने वाली चारों महिलाओं पर यकीन करती हैं लेकिन वह इसपर टिप्पणी नहीं करना चाहेंगी।

खेर ने कहा, “मैं कई साल से उनको जानती हूं। और मेरे साथ कुछ नहीं हुआ इसलिए मैं इसपर कुछ नहीं कह सकती। इसमें कितनी सच्चाई है या नहीं यह सिर्फ साजिद या उनपर आरोप लगाने वाली महिलाएं ही बता सकती हैं।” आपको बता दें कि कुछ समय पहले विदेश मंत्री सुषमा स्वराज और कानून मंत्री रवि शंकर प्रसाद से एमजे अकबर पर लगे आरोपों के बारे में सवाल किए गए थे लेकिन दोनों ने सवालों को टाल दिया था।

Previous articleगुरुग्राम गोलीकांड: जज की घायल पत्नी ने इलाज के दौरान तोड़ा दम, बेटे की हालत गंभीर, गनर ने सरेआम मारी थी गोली
Next articleMeToo vs ‘I slapped him back’: Geetanjali Arora’s Facebook post critical of ‘victims’ goes viral