Jaitlie वाले ट्वीट पर राज्यसभा में राहुल गांधी के खिलाफ विशेषाधिकार हनन प्रस्ताव, BJP ने जेटली के अपमान का लगाया आरोप

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भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने गुरुवार (28 दिसंबर) को कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के खिलाफ राज्यसभा में विशेषाधिकार हनन प्रस्ताव लेकर आई है। राहुल गांधी ने एक ट्वीट में वित्त मंत्री अरुण जेटली के नाम की स्पेलिंग गलत लिखी थी जिसे बीजेपी ने उनका अपमान बताया है। बता दें कि पूर्व पीएम मनमोहन सिंह पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बयान पर वित्त मंत्री की सफाई के बाद कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने वित्त मंत्री पर तंज कसते हुए ट्वीट कर जेटली (Jaitley) को जेटलाई (Jaitlie) कहा था।जेटली के नाम की स्पेलिंग गलत लिखने को बीजेपी ने वित्त मंत्री का अपमान बताते हुए राहुल के ट्वीट पर गुरुवार को राज्यसभा में विशेषाधिकार हनन प्रस्ताव लाई। इस पर राज्यसभा के सभापति व उपराष्ट्रपति वेकैंया नायडू विचार कर सकते हैं। इस मसले पर सभापति वेंकैया नायडू ने कहा कि इसकी जांच की जा रही है और जल्द सटीक फैसला लिया जाएगा।

बीजेपी सांसद ने लाया प्रस्ताव 

न्यूज एजेंसी IANS की रिपोर्ट के मुताबिक राहुल गांधी के खिलाफ बीजेपी सांसद भूपेंद्र यादव सदन में प्रस्ताव लेकर आए और उन्होंने इस मामले का संज्ञान लेने को कहा। यादव ने राज्यसभा में कहा कि राहुल ने सदन में बीजेपी के नेता जेटली का अपमान किया है। यादव ने अपनी बात रखते हुए कहा कि इस सदन के लोगों की अपनी गरिमा है, जिसको राहुल गांधी द्वारा धूमिल करने की कोशिश की गई।

यादव ने कहा कि जिस तरह से कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने वित्त मंत्री जेटली के नाम का मजाक उड़ाया, वह विशेषाधिकारों के हनन के अंतर्गत आता है। उन्होंने राज्यसभा में 1954 के एनसी चटर्जी मामले का जिक्र करते हुए राहुल-जेटली के मामले को वैसा ही बताया। यादव ने राहुल को नोटिस भेजने की मांग की है।

क्या है पूरा मामला?

दरअसल, गुजरात चुनाव के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा पूर्व पीएम मनमोहन सिंह को लेकर दिए गए बयान पर पिछले कई दिनों से संसद में जारी घमासान बुधवार (27 दिसंबर) को समाप्त हो गया। इस मामले को विराम देने की कोशिश करते हुए वित्त मंत्री अरुण जेटली ने राज्यसभा में सफाई देते हुए कहा कि पीएम मोदी की ऐसी कोई मंशा नहीं थी कि जिससे पूर्व पीएम मनमोहन या फिर पूर्व उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी की देशभक्ति पर कोई सवाल खड़ा होता हो।

पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बयान पर अरुण जेटली की सफाई के बाद कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने बुधवार (27 दिसंबर) को तंज कसते हुए हमला बोला। राहुल ने ट्वीट किया, ‘‘प्रिय जेटली जी, भारत को यह याद दिलाने के लिए आपका शुक्रिया कि हमारे प्रधानमंत्री जो कुछ कहते हैं उसका कभी कोई मतलब नहीं होता या जो उनका मतलब होता है वह कहते नहीं हैं।’’

https://twitter.com/OfficeOfRG/status/946038581306441728?ref_src=twsrc%5Etfw&ref_url=https%3A%2F%2Fwww.jantakareporter.com%2Fhindi%2Frahul-gandhi-addresses-finance-minister-as-mr-jaitlie%2F166369%2F

इस ट्वीट में राहुल ने #BJPLies हैशटैग के साथ जेटली के नाम के साथ भी कलात्मक तरीके से खेल खेला। राहुल ने जेटली (Jaitley) के उनके नाम की स्पेलिंग बदलते हुए उसे Jaitlie (जेटलाई) यानी ‘जेट झूठ’ लिखा है। राहुल ने अपने ट्वीट के साथ एक वीडियो भी शेयर किया है, जिसमें पीएम मोदी ने गुजरात विधानसभा चुनाव में पाकिस्तानी साजिश की बात कही थी। वीडियो में मोदी ने मनमोहन पर आरोप लगाया था कि वह पाकिस्तान के साथ साजिश कर रहे हैं। कांग्रेस अध्यक्ष ने इस ट्वीट के साथ जेटली की ओर से राज्यसभा में दी गई सफाई वाले बयान को भी शेयर किया है।

जेटली ने दी सफाई

बता दें कि पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के खिलाफ प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के कथित बयान को लेकर जेटली ने कहा कि प्रधानमंत्री ने मनमोहन की देश के लिए प्रतिबद्धता को लेकर कोई सवाल ही नहीं उठाया था तथा हम उनका काफी सम्मान करते हैं। राज्यसभा में सदन के नेता अरूण जेटली ने कहा कि विपक्ष के नेता गुलाम नबी आजाद ने हाल में संपन्न गुजरात एवं हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनावों के दौरान प्रधानमंत्री के भाषणों का मुद्दा पिछले सप्ताह कई अवसरों पर उठाया।

जेटली ने कहा कि चुनाव के दौरान सभी पक्षों की तरफ से बयान दिये गये। हम नहीं चाहते कि इसके परिणामस्वरूप सदन में गतिरोध बना रहे। जेटली ने कहा कि मैं स्पष्ट तौर पर कहना चाहता हूं कि माननीय प्रधानमंत्री ने पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और पूर्व उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी की देश के बारे में उनकी प्रतिबद्धता को लेकर न तो कोई सवाल उठाया और न ही सवाल उठाने की उनकी कोई मंशा थी। इस तरह की कोई भी धारणा त्रुटिपूर्ण है।

कांग्रेस ने जताया संतोष

जेटली की सफाई के बाद नेता प्रतिपक्ष गुलाम नबी आजाद ने कहा कि वह सदन के नेता के बयान पर आभार व्यक्त करते हैं। उन्होंने कहा कि वह अपनी पार्टी की ओर से विश्वास दिलाते हैं कि किसी नेता, प्रधानमंत्री के खिलाफ ऐसी बात नहीं कही जाए। उन्होंने स्पष्ट किया कि अगर चुनाव के दौरान हमारी पार्टी की तरफ से किसी ने ऐसा बयान दिया जो प्रधानमंत्री की गरिमा के खिलाफ हो तो हमारी पार्टी उस बयान से खुद को असंबद्ध करती है।

आजाद ने कहा कि हम नहीं चाहते कि प्रधानमंत्री की गरिमा के खिलाफ एक भी शब्द कहा जाए। आजाद ने कहा कि हम ये विश्वास दिलाते हैं कि अब सदन को चलाने में विपक्ष की ओर से सरकार को सहयोग दिया जाएगा। गुलाम नबी आजाद का इशारा कांग्रेस के निलंबित नेता मणि शंकर अय्यर के बयान की तरफ था। जिसमें अय्यर ने पीएम मोदी को ‘नीच’ किस्म का आदमी कहा था।

दरअसल, शीतकालीन सत्र शुरू होने के साथ ही कांग्रेस ने पूर्व प्रधानमंत्री डॉक्टर मनमोहन सिंह के खिलाफ दिए गए कथित बयान के मुद्दे पर प्रधानमंत्री मोदी से माफी मांगने और स्पष्टीकरण देने की मांग करते हुए भारी हंगामा किया था, जिसके कारण सदन की कार्यवाही बार-बार बाधित हो रही थी।

क्या कहा था PM मोदी ने?

दरअसल पीएम मोदी ने चुनावी रैली के दौरान गुजरात चुनाव में पाकिस्‍तान का ‘हाथ’ होने का आरोप लगाया था। रैली में पीएम मोदी ने कांग्रेस पर पाकिस्तानी अधिकारियों से ‘गुप्त मीटिंग’ करके बीजेपी को हराने की रणनीति बनाने का आरोप लगाया था। पीएम मोदी ने दावा किया कि पाकिस्तान गुजरात चुनाव में हस्तक्षेप करने की कोशिश कर रहा है। कांग्रेस के निलंबित नेता मणिशंकर अय्यर के घर हुई डिनर मीटिंग में कई दिग्गज नेताओं की मुलाकात पर पीएम मोदी ने कथित तौर पर कहा था कि इस दौरान गुजरात में बीजेपी को हराने को लेकर चर्चा हुई थी।

 

 

 

 

 

 

 

 

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