ओडिशा विधानसभा में शुक्रवार को उस समय हड़कंप मच गया जब भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के एक विधायक ने राज्य में धान खरीद के मुद्दे को लेकर सैनिटाइजर पीकर खुदकुशी करने की कोशिश की। उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार किसानों से धान खरीदने के मुद्दे पर विचार नहीं कर रही है। विधानसभा में धान के मुद्दे पर जम कर हंगामा हुआ।

यह हाईवोल्टेड ड्रामा उस वक्त हुआ जब खाद्य आपूर्ति और उपभोक्ता कल्याण मंत्री रणेंद्र प्रताप स्वैन धान खरीद के मुद्दों पर सदन को जवाब दे रहे थे, उसी समय देवगढ़ विधानसभा क्षेत्र से विधायक सुभाष चंद्र पाणिग्रही ने विरोधस्वरूप सैनिटाइजर पीने की कोशिश की। हालांकि, संसदीय कार्य मंत्री बिक्रम केशरी अरुखा और अन्य विधायकों ने किसी तरह पाणिग्रही को सैनिटाइजर पीने से रोका और उनके हाथ से सैनिटाइजर छीन लिया।
बाद में मीडिया से बात करते हुए पाणिग्रही ने कहा, “मैंने सैनिटाइजर पीने की कोशिश इसलिए की क्योंकि राज्य सरकार ने मेरे सामने और कोई विकल्प नहीं छोड़ा है। किसानों का मुद्दा सदन में बार-बार उठाया गया, लेकिन राज्य सरकार ने उनकी दुर्दशा पर कोई ध्यान नहीं दिया।” पाणिग्रही ने आरोप लगाया, “सरकार टोकन सिस्टम और मंडियों में कुव्यवस्था जैसे किसानों से जुड़े मुद्दों को हल करने में विफल रही है।”
इससे पहले सुबह भाजपा विधायक ने राज्य सरकार पर दबाव बनाने के लिए आत्महत्या करने की धमकी दी थी। वहीं, बजट सत्र के पहले चरण के दौरान उन्होंने सदन में विरोध प्रदर्शन किया था और किसानों से जल्द धान की खरीद नहीं करने पर आत्मदाह की धमकी भी दी थी।
हालांकि, सत्तारूढ़ बीजू जनता दल (बीजद) के वरिष्ठ सदस्य एवं बालासोर जिले के भोगराई सीट से विधायक अनंत दास ने कहा कि विधायक का यह कृत्य अस्वीकार्य है। बता दें कि, 147 सदस्यीय ओडिशा विधानसभा में बीजद के 113 सदस्य हैं जबकि भाजपा के 22, कांग्रेस के 9, माकपा का एक और एक निर्दलीय विधायक है। (इंपुट: आईएएनएस के साथ)