ऐसा लग रहा है कि उत्तर प्रदेश में कानून-व्यवस्था पूरी तरह से बेपटरी हो गई है। बुलंदशहर हिंसा का मामला अभी ठंडा ही नहीं हुआ कि अब भारतीय जनता युवा मोर्चा (BJYM) के एक नेता की लखनऊ में सरेआम चाकूओं से गोदकर हत्या कर दी गई है। मृतक की पहचान अमीनाबाद निवासी प्रत्यूष मणि त्रिपाठी (36) के तौर पर हुई है और घटना बादशाहनगर रेलवे क्रॉसिंग के पास की है।
प्रतीकात्मक तस्वीरप्रत्यूष मणि त्रिपाठी भारतीय जनता युवा मोर्चा के सीनियर कार्यकर्ता थे। राजधानी लखनऊ में अज्ञात हमलावरों ने उनकी चाकू गोदकर हत्या कर दी। बीजेपी नेता त्रिपाठी पर सोमवार को बादशाहनगर में हमला किया गया। पुलिस के मुताबिक, त्रिपाठी को किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी (केजीएमयू) के ट्रामा सेंटर ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
इस बीच महानगर के पुलिस उपाधीक्षक संतोष सिंह ने बताया कि हत्या के कारण का पता नहीं चल सका है। इस सिलसिले में मामला दर्ज करा दिया गया है। पुलिस हत्यारों का सुराग लगाने के लिए आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाल रही है। आधी रात के तुरंत बाद अस्पताल के बाहर बड़ी संख्या में उनके समर्थकों ने अस्पताल के बाहर प्रदर्शन किया, पुलिस के विरोध में नारेबाजी की और लखनऊ पुलिस के वरिष्ठ अधीक्षक कलानिधि नैथानी की तुरंत बर्खास्तगी की मांग की।
उग्र भीड़ ने आरोप लगाया कि त्रिपाठी ने जिला पुलिस प्रमुख को बताया था कि उन्हें जान से मारने की धमकियां दी जा रही हैं। उन्होंने सुरक्षा की मांग की थी लेकिन उनके आग्रह पर कोई ध्यान नहीं दिया गया। कैसरबाग के तालाब गगनी शुक्ल मोहल्ले में रहने वाले प्रत्यूषमणि त्रिपाठी बीजेपी युवा मोर्चा के पूर्व प्रदेश मंत्री थे। त्रिपाठी के परिवार में पत्नी सीमा, बेटा वंश, बेटी रूद्राक्षी व दो माह की दुधमुंही बेटी है।