पश्चिम बंगाल: तृणमूल कांग्रेस विधायक की हत्या मामले में BJP नेता मुकुल राय के खिलाफ FIR दर्ज, 2 गिरफ्तार

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पश्चिम बंगाल के नादिया जिले में राज्य में सत्तारूढ़ पार्टी तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के विधायक सत्यजीत बिस्वास की हत्या के मामले में रविवार (10 फरवरी) को नया मोड़ आ गया। इस मामले में बंगाल पुलिस ने भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के नेता मुकुल राय समेत चार लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। बंगाल पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने समाचार एजेंसी पीटीआई को यह जानकारी दी है।

तृणमूल कांग्रेस विधायक सत्यजीत बिस्वास की नादिया जिले में शनिवार रात कुछ अज्ञात लोगों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी। पुलिस के अनुसार यह वारदात तब हुई जब बिस्वास हंसखाली पुलिस स्टेशन के अंतर्गत फूलबारी में सरस्वती पूजा कार्यक्रम में शिरकत कर रहे थे। पुलिस ने बताया कि कृशनगर विधानसभा से विधायक बिस्वास को तुरंत स्थानीय अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।

पश्चिम बंगाल पुलिस के एक अधिकारी ने पीटीआई को बताया कि प्राथमिकी में चार लोगों का नाम है जिनमें से दो को गिरफ्तार कर लिया गया है। बता दें कि मुकुल रॉय पश्चिम बंगाल की राजनीति में चर्चित चेहरा हैं। पिछले साल ही उन्होंने तृणमूल कांग्रेस को छोड़कर बीजेपी का दामन दाम लिया था। वह कभी राज्य की मुख्यमंत्री और टीएमसी प्रमुख ममता बनर्जी के बेहद करीबी थे, हालांकि बाद में दोनों के बीच काफी तल्खी आ गई।

राज्य विधानसभा की किशनगंज विधानसभा क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करने वाले बिस्वास (41) की शनिवार शाम जिले के फूलबाड़ी इलाके में एक सरस्वती पूजा पंडाल में अज्ञात हमलावरों ने निकट से गोली मारकर हत्या कर दी थी। शुरुआती जांच में पता चला है कि देशी पिस्तौल से टीएमसी विधायक को गोली मारी गई। माना जा रहा है कि विधायक को पीछे से गोली मारी गई और इसके लिए पहले से योजना तैयार किया गया था।

मामले में 2 गिरफ्तार

एक अधिकारी ने पीटीआई को बताया कि जिन चार लोगों के नाम एफआईआर में हैं, उनमें से दो पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। अधिकारी ने कहा, ‘इस मामले में हमनें अब तक दो लोगों को गिरफ्तार किया है, जबकि तीन अन्य को हिरासत में लिया गया है। विधायक को गोली मारने के लिए इस्तेमाल हुई देसी रिवॉल्वर भी बरामद की गई है।’ उन्होंने कहा, ‘हमारी शुरुआती जांच के मुताबिक, ऐसा लगता है कि पीड़ित को पीछे से गोली मारी गई और यह सोची समझी साजिश का हिस्सा था।’

हमलावरों के इलाके से भाग जाने की आशंका के बारे में पूछे जाने पर पुलिस अधिकारी ने कहा कि प्रदेश पुलिस बेहद सतर्कता बरत रही है। उन्होंने कहा, ‘नादिया की सीमा बांग्लादेश से लगती है और इस बात की आशंका है कि वे (हमलावर) पड़ोसी देश भागने की कोशिश कर सकते हैं। सीमा पर आवाजाही पर नजर रखने के लिए पुलिस हाईअलर्ट पर है।’

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