भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के राष्ट्रीय सचिव एच. राजा ने अपने द्वारा न्यायपालिका के खिलाफ किए गए अपमानजनक टिप्पणी के लिए मद्रास हाई कोर्ट से माफी मांग ली है। राजा ने सोमवार (22 अक्टूबर) को कोर्ट के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणी करने के लिए मद्रास हाई कोर्ट से बिना शर्त माफी मांग ली है। आपको बता दें कि अदालत ने इस मामले में स्वत: संज्ञान लिया था।
अदालत ने उनके माफीनामा को स्वीकार कर लिया है और अवमानना मामले को बंद कर दिया है। राजा ने कहा कि वह न्यायपालिका का सम्मान करते हैं और उन्होंने अपमानजनक टिप्पणी अनजाने और गुस्से में की थी। आपको बता दें कि सितंबर महीने में तमिलनाडु के पुडुकोट्टि में गणेश चतुर्थी के जुलूस में एच राजा पुलिसकर्मी से भिड़ गए थे। इस दौरान मार्ग पर जुलूस के लिए प्रवेश न दिए जाने पर उन्होंने मद्रास हाई कोर्ट का भी कथित तौर पर अपमान किया था।
Tamil Nadu: BJP National Secy H Raja renders an apology before Madras HC for his derogatory remark against judiciary. In Sept during Vinayagar Chathurthi procession in Pudukottai, he had abused judiciary after police denied permission for procession to go on a particular route.
— ANI (@ANI) October 22, 2018
दरअसल, उन्होंने पुलिसकर्मी को हिंदू विरोधी और भ्रष्ट तक कह दिया था। इस दौरान इस मार्ग पर जुलूस के लिए प्रवेश न मिलने पर बीजेपी नेता ने न्यायपालिका को लेकर अपमानजनक टिप्पणी की थी। पुलिस ने जुलूस मार्ग को लेकर अदालत के आदेश का हवाला देते हुए प्रतिमा विसर्जन को रोक दिया था। हालांकि अब हाई कोर्ट से माफी मांगते हुए राजा ने कहा कि वह न्यायपालिका का सम्मान करते हैं और उन्होंने अपमानजनक टिप्पणी अनजाने और गुस्से में की थी।
हालांकि ऐसा पहली बार नहीं है कि जब बीजेपी के राष्ट्रीय सचिव एच राजा विवादों में फंसे हैं। राजा का पहले भी विवादों से नाता रहा है। त्रिपुरा विधानसभा चुनावों के दौरान उन्होंने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट के जरिए त्रिपुरा में लेनिन की मुर्ति गिराए जाने को सही ठहराया था। लेकिन मामला गरमाते देख राजा में बाद में यह पोस्ट हटा दी थी।