भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने सोमवार (15 अप्रैल) को उत्तर प्रदेश की सात और लोकसभा सीटों पर प्रत्याशियों की घोषणा की है। बीजेपी ने संतकबीर नगर में अपनी ही पार्टी के विधायक पर जूतों की बौछार करने वाले सांसद शरद त्रिपाठी का टिकट काट दिया है। ‘जूता कांड’ से चर्चा में आए शरद त्रिपाठी का टिकट काटकर हाल ही में सपा से बीजेपी में शामिल हुए गोरखपुर के मौजूदा सांसद प्रवीण निषाद को संतकबीर नगर से उम्मीदवार बनाया गया है।
पिछली बार लोकसभा उपचुनाव में गोरखपुर से सपा के प्रवीण निषाद ने बीजेपी उम्मीदवार को हराया था। हालांकि, बीजेपी ने भले ही शरद त्रिपाठी का टिकट काट दिया हो, लेकिन दूसरी तरफ उनके पिता और उत्तर प्रदेश बीजेपी के पूर्व अध्यक्ष रमापति राम त्रिपाठी को देवरिया ने प्रत्याशी बनाकर सवर्ण समुदाय की नाराजगी दूर करने की कोशिश की है। बता दें कि देवरिया से सांसद व मोदी सरकार में मंत्री कलराज मिश्रा चुनाव लड़ने से मना कर चुके हैं।
स्थानीय मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, देवरिया में रमापति राम त्रिपाठी को वहां के युवाआों द्वारा विरोध का सामना करना पड़ सकता है, क्योंकि स्थानीय युवा पत्रकार से राजनेता बने शलभ मणि त्रिपाठी को टिकट दिए जाने की मांग कर रहे थे। इसके अलावा प्रतापगढ़ से संगम लाल गुप्ता, अंबेडकर नगर से मुकुट बिहारी, जौनपुर से केपी सिंह और भदोही से रमेश बिंद को टिकट दिया है।
वहीं, बीजेपी ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के गढ़ गोरखपुर सीट से भोजपुरी अभिनेता रवि किशन को मैदान में उतारा है। रवि किशन 2014 के लोकसभा चुनाव में भी अपना भाग्य आजमा चुके हैं। पिछली बार वह कांग्रेस के टिकट पर उत्तर प्रदेश की जौनपुर सीट से चुनाव मैदान में उतरे थे, लेकिन मोदी लहर में उन्हें हार का सामना करना पड़ा था। हाल ही में बीजेपी में शामिल होने के बाद चर्चा थी कि रवि किशन इस बार भी जौनपुर से ही चुनाव लड़ेंगे।क्योंकि वे मूलरूप से जौनपुर के ही रहने वाले हैं, लेकिन पार्टी ने उन्हें सीएम योगी के गढ़ से मैदान में उतारा है।
‘जूता कांड’ से चर्चा में आए शरद त्रिपाठी
संतकबीरनगर से सांसद शरद त्रिपाठी को अनुशासनहीनता का खामियाजा उठाना पड़ा है। आपको बता दें कि पिछले दिनों संत कबीर नगर से बीजेपी सांसद शरद त्रिपाठी और मेंहदावल से बीजेपी के ही विधायक राकेश बघेल के बीच कलेक्ट्रेट में एक बैठक के दौरान मारपीट हो गई थी। सोशल मीडिया पर वायरल हुए इस वीडियो ने भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के नेतृत्व को शर्मसार कर दिया था। वायरल वीडियो में सांसद शरद त्रिपाठी बीजेपी के ही विधायक राकेश सिंह बघेल को जूते से पीटते हुए नजर आ रहे थे। इसके बाद दोनों में जमकर मारपीट हुई।
इस दौरान प्रदेश के कैबिनेट मंत्री आशुतोष टण्डन भी मौजूद थे।
प्रवीण निषाद ने हाल ही में थामा था बीजेपी का दामन
समाजवादी पार्टी (सपा) से गोरखपुर मौजूदा सांसद प्रवीण निषाद इसी महीने 4 अप्रैल को भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) में शामिल हो गए थे। साथ ही एक बड़े राजनैतिक घटनाक्रम में निषाद पार्टी ने भी एनडीए के साथ गठबंधन कर लिया था। निषाद पार्टी अभी हाल में ही सपा से अलग हुई है। प्रवीण निषाद पिछले साल लोकसभा उपचुनाव में यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के गढ़ गोरखपुर में बीजेपी को हराकर देशभर में सुर्खियां बटोरी थी।
पिछले साल हुए गोरखपुर उपचुनाव में सपा ने निषाद पार्टी से गठबंधन कर प्रवीण निषाद को अपने संयुक्त उम्मीदवार के तौर पर उतारा था, तब उन्होंने बीजेपी उम्मीदवार उपेंद्र शुक्ला को हराया था। प्रवीण निषाद ने अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी शुक्ला को 21 हजार 881 मतों से हराया था। उस समय प्रवीण निषाद को सपा, बसपा सहित अन्य सभी विपक्षी दलों ने अपना समर्थन दिया था। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ इस सीट से सांसद रहे हैं और 2017 में मुख्यमंत्री बनने के बाद उनको सांसद का पद छोड़ना पड़ गया था।