बिहार विधानसभा चुनाव की तैयारियों के बीच नीतीश कैबिनेट के मंत्री विनोद सिंह का दिल्ली के अस्पताल में इलाज के दौरान निधन हो गया है। नीतीश कुमार की कैबिनेट में अति पिछड़ा कल्याण मंत्री विनोद सिंह ने दिल्ली के मेदांता अस्पताल में आखिरी सांस ली। विनोद कुमार सिंह लंबे समय से बीमार चल रहे थे।
विनोद कुमार सिंह बिहार के कटिहार जिले के रहने वाले थे और प्राणपुर विधानसभा क्षेत्र से विधायक थे। कुछ समय पहले वो कोरोना संक्रमित पाए गए थे लेकिन वो कोरोना से पूरी तरह रिकवर कर चुके थे और कुछ ही दिनों बाद ब्रेन हैमरेज हुआ था। वरिष्ठ नेता को अगस्त के महीने में इलाज के लिए दिल्ली ले जाया गया था, जहां वे कोमा में चले गए थे।
बताया गया कि बिहार सरकार के मंत्री विनोद सिंह को 14 अगस्त की रात ब्रेन स्ट्रोक हुआ था, जिसके बाद उन्हें कटिहार से पटना रुबन अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उनका इलाज चल रहा था। लेकिन उनके कोमा में चले जाने की वजह से बेहतर इलाज के लिए एयर एंबुलेंस से दिल्ली ले जाया गया था।
साल 2010 में चुनाव में विनोद कुमार सिंह ने कटिहार जिले के प्राणुपुर सीट से चार बार के विधायक महेंद्र नारायण यादव को हरा कर प्राणपुर में दोबारा कमल खिलाय था। 2015 में फिर से विनोद कुमार सिंह ने एनसीपी से उम्मीदवार इशरत प्रवीण को हराया था और विधानसभा पहुंचे थे।
विनोद कुमार सिंह के निधन पर बिहार के राजनेताओं ने गहरा शोक जताया है। बिहार के पूर्व सीएम जीतन राम मांझी ने सिंह के निधन को अपूरणीय क्षति बताया है। जेडीयू के प्रदेश अध्यक्ष वशिष्ठ नारायण सिंह ने भाजपा नेता और मंत्री विनोद सिंह के निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया है। नीतीश मंत्रिमंडल के मंत्री विनोद सिंह के निधन पर पूर्णिया के सांसद संतोष कुशवाहा ने भी शोक प्रकट किया है।