असम विधानसभा चुनाव के लिए उम्मीदवारों की घोषणा के साथ नेताओं की दल-बदल भी शुरू हो गई है। असम विधानसभा चुनाव के लिए टिकट नहीं मिलने से नाराज भाजपा के मंत्री सुम रोंगहांग रविवार को विपक्षी दल कांग्रेस में शामिल हो गए।
राज्य के खनन मंत्री रोंगहांग एआईसीसी महासचिव जितेंद्र सिंह और कांग्रेस की राज्य इकाई के अध्यक्ष रिपुन बोरा की मौजूदगी में पार्टी में शामिल हुए। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, सूत्रों का दावा है कि कांग्रेस रोंगहांग को दिफु सीट से मैदान में उतार सकती हैं, जहां से वह विधायक हैं।
मंत्री ने कहा, ”जिस तरह मेरा टिकट काटा गया वो तरीका मुझे पसंद नहीं आया। मैंने पूरी जिम्मेदारी से अपना कर्तव्य निभाया। कुछ लोगों की साजिश के चलते मुझे टिकट नहीं दिया गया।” उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा अपारदर्शी तरीके से कार्य करती है।
रोंगहांग ने कहा, ”मुझे लगता है कि भाजपा में रहकर मैं जनता के लिए काम नहीं कर पाऊंगा, इसलिए मैंने भाजपा को छोड़कर कांग्रेस का दामन थाम लिया है।”
AICC GS Sh.@JitendraSAlwar alongwith @INCAssam President Sh.@RipunBora & other senior leaders, welcomed Sh.Sum Ronghang, Cabinet Minister-Assam into Congress Party fold, endorsing the party's inclusive ideology to save Assam's unity & put it on a path of progress & development. pic.twitter.com/jhKufgfB6y
— Assam Bachao (@AssamBachao) March 7, 2021
गौरतलब है कि, असम में 27 मार्च से छह अप्रैल के बीच तीन चरणों में मतदान संपन्न होगा। पहले चरण के तहत राज्य की 47 विधानसभा सीटों पर 27 मार्च को, दूसरे चरण के तहत 39 विधानसभा सीटों पर एक अप्रैल और तीसरे व अंतिम चरण के तहत 40 विधानसभा सीटों पर छह अप्रैल को मतदान संपन्न होगा। नामांकन की आखिरी तारीख नौ मार्च है।
इस बार के चुनाव असम में भाजपा को अपनी सत्ता बचाने की चुनौती है। वहां उसका सामना कांग्रेस और एआईयूडीएफ के गठबंधन से है। भाजपा ने पिछले विधानसभा चुनाव में 10 सालों के कांग्रेस शासन का अंत करते हुए पहली बार पूर्वोत्तर के किसी राज्य में सत्ता हासिल की थी। (इंपुट: भाषा के साथ)