दिल्ली के रामजस कॉलेज में हिंसा के ताजा विवाद ने एक बार फिर से राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की छात्र इकाईए अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद को हिंसक राजनीति करने के मामले पर सुर्खियों में ला दिया हैं।
ABVP की सर्वाधिक निंदनीय घटनाओं के हालिया प्रकरण में AISA के छात्र प्रीतीश मेनन ने खुलासा किया था कि, वो इंडिया न्यूज़ के कार्यक्रम में वाद-विवाद के लिए गए थे। जिसके पश्चात ABVP के सतेन्द्र अवाना ने उनके साथ वहां पर मारपीट की। ये घटना सोमवार कि रात को घटित हुई थी।
ट्विटर पर मेनन ने लिखा कि, “सतेन्द्र अवाना ने इंडिया न्यूज़ टीवी स्टूडियो के बाहर मुझे मारा क्योंकि, मैंने ABVP के खिलाफ बहस में हिस्सा लिया था। ये सभी घटनाक्रम ABVP की उस हिंसक छवि को दर्शाते है जो लोकतंत्र की मर्यादा को तार-तार करती हो।
हालांकिए इन सब बातों से परे दिल्ली से सैकड़ों किलोमीटर दूर बनारस हिंदू विश्वविद्यालय में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के छात्रों के समूह हो इस प्रकार की नकारात्मक मीडिया कवरेज परेशान करती है।
इस मामले पर ‘जनता का रिपोर्टर’ में एडिटर-इन-चीफ रिफत जावेद ने वाराणसी से लाइव के अपने खास कार्यक्रम में बताया कि ये BHU’s के छात्र ABVP की हिंसक छवि से दूर जाना चाहते है। ये लोग सक्रिय राजनीति का हिस्सा होना चाहते है लेकिन ABVP की हिंसक छवि से परे। ये लोग गाते-बजाते है। नाचते-झूमते है लेकिन राष्ट्रवाद के नाम पर किसी को धमकाते हुए नज़र नहीं आते है।