नोटबंदी के विरोध में संसद में एक हफ्ते के हंगामे के बाद विपक्ष आज अपना देशव्यापी विरोध प्रदर्शन करने जा रहा है।
नोटबंदी को लेकर विपक्षी दल अपना विरोध जताने के लिए सड़कों पर उतरेंगे। कांग्रेस समेत तमाम विपक्षी पार्टियां एक साथ इस मुद्दे को लेकर संसद से लेकर सड़क तक लामबंद हैं।
वाम मोर्चे सहित विपक्षी पार्टियों ने केरल, बंगाल और त्रिपुरा सहित पूरे देश में बंद का आह्वान किया है। सभी विपक्षी दल पीएम मोदी के नोटबंदी के फैसले के खिलाफ हैं और फैसले को वापस लेने की मांग कर रहे है। कांग्रेस, तृणमूल कांग्रेस और आम आदमी पार्टी ने कहा है कि वे बंद के पक्ष में नहीं हैं, लेकिन देशभर में नोटबंदी के विरोध प्रदर्शन किया जाएगा।
कांग्रेस ने इसे जन आक्रोश दिवस के रूप में मनाने की घोषणा की है। माकपा और भाकपा सहित वामपंथी पार्टियों ने नोटबंदी के खिलाफ अपना विरोध दर्ज कराने के लिए पश्चिम बंगाल में 12 घंटे के बंद का आह्वान किया है।
मीडिया रिर्पोट्स के अनुसार, भारत बंद के तहत बिहार के दरभंगा में सीपीआई (एमएल) ने ट्रेन रोक दिया और प्रदर्शन करने लगे। सपा ने भी लखनऊ में ट्रेन रोककर नारेबाजी की। जबकि केरल में आज नोटबंदी के खिलाफ राज्यव्यापी हड़ताल का आह्वान किया गया है। इसके अलावा राज्य में सत्ताधारी सीपीएम ने फैसला लिया है कि हड़ताल के दौरान बैंक, शादियां, अस्पताल, दूध और अखबार विक्रेताओं को छूट रहेगी।
तृणमूल कांग्रेस प्रमुख और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी नोटबंदी के विरोध में कोलकाता में दोपहर 1 बजे मार्च निकालेंगी। सूत्रों ने कहा कि इसमें करीब एक लाख लोगों के शामिल होने की संभावना हैं। वहीं आम आदमी पार्टी राजधानी दिल्ली के सेंट्रल पार्क में विरोध प्रदर्शन करेगी।
बंगाल में बंद को उचित ठहराते हुए वाम नेता विमान बोस ने कहा कि नोटबंदी के कारण लोग परेशानी झेल रहे हैं, जिस कारण विरोध जताने के लिए बंद का आह्वान जरूरी था।