दादरी हत्याकांड में कल अचानक मोड़ आया जब मथुरा स्थित उत्तर प्रदेश सरकार की फॉरेंसिक लैब की एक रिपोर्ट ने कहा कि जांच में भेजा गया मांस बीफ था।
उत्तर प्रदेश पुलिस के मुखिया जावेद अहमद ने को बताया कि यद्धपि पहली रिपोर्ट ने इसे बकरे का मांस बताया था, मथुरा स्थित लैब अब एक रिपोर्ट में इसे बीफ बता रही है
वहीँ दूसरी और टाइम्स ऑफ़ इंडिया की एक रिपोर्ट के अनुसार एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि रिपोर्ट में जिस मांस का ज़िक्र किया गया है वह मोहम्मद अखलाक के घर से नहीं पाया गया था।
मथुरी की फारेंसिक लैब ने जिस मांस की जांच की है, वो अखलाक के घर से कुछ दूर स्थित एक जगह से लिया गया था .
उत्तर प्रदेश पुलिस का कहना है कि लैब की रिपोर्ट का हत्या की जांच पर कोई असर नहीं पड़ेगा क्यूंकि इसका मोहम्मद अखलाक की हत्या से कोई सम्बन्ध नहीं है।
नॉएडा स्थित दादरी में हिंदुत्व संघटन से सम्बन्ध रखने वाले चरमपंथियों ने सितम्बर २०१५ में मोहम्मद अखलाक की निर्मम हत्या करदी थी इस हत्या में उनका बीटा भी बुरी तरह ज़ख़्मी हो गया था।
अखलाक का बीटा भारतीय वायु सेना में इंजीनियर है।
इस हत्या के अधिकतर आरोपियों का सम्बन्ध स्थानीय भाजपा नेता संजय राणा के परिवार से है।
दादरी हत्याकांड की वजह पुरे विश्व में भारत में धार्मिक आज़ादी और सहिष्णुता पर बड़ा सवाल खड़ा हो गया था।