रविवार रात हुए सेना के केंप में एक बड़ी चूक सामने आई है। बारामूला सेना के केंप पर रविवार रात 10.30 बजे आतंकी हमला किया गया, और सेना के सर्च ऑपरेशन में एक भी शव बरामद नहीं हुआ जिसका मतलब है कि आतंकी वारदात को अंजाम देकर भाग निकलने में सफल हुए। वहीं सेना के एक जवान की मौत हो गई है और एक गंभीर रुप से घायल है।
सूत्रों के मुताबिक, दो घंटे तक भारी फायरिंग के बाद आतंकी भाग गए। तलाशी अभियान के दौरान इस पूरे इलाके को घेर कर सर्च ऑपरेशन चलाया गया और बारामूला हाइवे को भी सील किया गया।
आतंकवादियों ने बारामूला में सेना के 46 राष्ट्रीय राइफल्स कैंप और इसी से सटे बीएसएफ कैंप पर दो गुटों में लगभग 10.30 बजे हमला किया। इसके बाद भारी गोलीबारी और धमाकों की आवाजें सुनी गईं यह जगह श्रीनगर से 60 किलोमीटर दूर है।
जिस जगह हमला हुआ वहां राष्ट्रीय राइफल्स और बीएसएफ दोनों के कैंप हैं। पास में ही पाकिस्तान से आने वाली झेलम बहती है। आतंकीयों की साजिश थी की कैंप में घुसकर रात में सो रहे जवानों को निशाना बनाएं आतंकियों के पास ग्रेनेड जैसे हथियार भी थे।
ग्रेनेड से उन्होंने हमला करके अंदर घुसने की कोशिश की लेकिन गेट पर खड़े संतरी ने आतंकियों का रास्ता रोक लिया।ग्रेनेड लेकर आए आतंकियों पर ग्रेनेड से ही हमला कर दिया। राष्ट्रीय राइफल्स के कैंप में घुसने में नाकाम होने पर आतंकियो ने बीएसएफ कैंप की ओऱ रुख किया था। राष्ट्रीय राइफल्स और बीएसएफ के जवानों ने आतंकियों को घेरने के लिए ढाई घंटे तक फायरिंग की।
गौरतलब है कि बीते 29 सितंबर को सेना ने पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर में सर्जिकल ऑपरेशन को अंजाम देने की खबर दी थी। भारतीय सेना द्वारा नियंत्रण रेखा (एलओसी) पार कर आतंकी लॉन्च पैड्स की गई सर्जिकल स्ट्राइक्स में लगभग 34 आतंकवादी मारे गए थे।