असम में पुलिस ने कोरोनो वायरस महामारी के बारे में सांप्रदायिक टिप्पणी करने के आरोप में अखिल भारतीय संयुक्त गणतांत्रिक मोर्चा (एआईडीयूएफ) पार्टी के विधायक अमीनुल इस्लाम को गिरफ्तार किया है। इसके बाद उनपर देशद्रोह का मुकदमा दर्ज किया गया है। अमीनुल ने क्वारेंटर सुविधाओं और अस्पतालों की स्थिति को डिटेंशन सेंटर से भी खराब बताया था।
राज्य पुलिस प्रमुख ज्योति महंत ने समाचार एजेंसी पीटीआई (भाषा) को बताया कि अखिल भारतीय संयुक्त गणतांत्रिक मोर्चा (एआईडीयूएफ) के ढिंग निर्वाचन क्षेत्र से विधायक अमीनुल इस्लाम को प्राथमिक जांच के बाद आज सुबह गिरफ्तार किया गया।
विधायक की एक ऑडियो क्लिप सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो गई थी, जिसमें वह एक अन्य व्यक्ति के साथ बातचीत में पृथक केन्द्रों और अस्पतालों की कथित तौर पर ‘‘उपेक्षा’’ कर रहे थे। उन्होंने कथित तौर पर यह भी कहा कि वहां रहने की सुविधा तो डिटेंशन सेंटरों से भी बदतर है। नैशनल सिटिजन रजिस्टर में नाम न आने के बाद असम में सैकड़ों प्रवासी डिटेंशन सेंटरों में रह रहे हैं।
राष्ट्रीय नागरिक पंजी में नाम ना आने के बाद असम में सैकड़ों प्रवासी रोधी केन्द्रों में रह रहे हैं। महंत ने कहा, ‘हमने विभिन्न धाराओं के तहत उनके खिलाफ मामला दर्ज किया है।’’ उन्होंने बताया कि असम विधानसभा अध्यक्ष को इस बारे में सूचित कर दिया गया है।
विधायक को मंगलवार रात औपचारिक रूप से गिरफ्तार किए जाने से पहले सोमवार रात पूछताछ के लिए ले जाया गया था। अमीनुल इस्लाम को एक स्थानीय अदालत में पेश किया गया जिसने उन्हें जुडिशल कस्टडी में भेज दिया। अमीनुल इस्लाम इससे पहले भी भड़काऊ बयान देने के लिए जाने जाते रहे हैं। असम में इस समय 26 कोरोना पॉजिटिव लोग पाए गए हैं।
गौरतलब है कि, भारत में कोरोना वायरस का प्रकोप लगातार बढ़ता जा रहा है। मंगलवार सुबह जारी किए गए आंकड़ों के मुताबिक मरीजों की संख्या 4421 हो गई है, जबकि अभी तक 114 लोगों की मौत हो चुकी है। वहीं, 326 लोगों का उपचार हो चुका है।