नोटबंदीत्त मंत्री अरुण जेटली ने नोटबंदी पर उठते सवालों के बीच अपने नए बयान में फैसले का बचाव किया है। उन्होंने कहा कि अब नोटबंदी के फायदे दिखने लगे है। साथ ही, बेनामी पैसा भी सिस्टम में वापस आ गया है और इसमें कहीं कोई कमी नहीं है। उन्होंने बताया कि हालात इतने भी बुरे नहीं जितने बताए जा रहे है।
साथ ही, सरकार के राजस्व में बढ़ोतरी हुई है और बीते 19 दिसम्बर तक प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष करों के संग्रहण में 14.4 और 26.2 प्रतिशत की क्रमशः बढ़ोतरी देखी गई है। केंद्रीय उत्पाद शुल्क की वसूली की वृद्धि 43.3 प्रतिशत तथा सीमा शुल्क वसूली की वृद्धि 6 प्रतिशत रही है।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, नए नोटों की कमी के सवालों का जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि आरबीआई के पास पर्याप्त धन है और नए नोट जारी करने का काम काफी आगे बढ़ चुका है।
साथ ही, अर्थव्यवस्था के कुछ हिस्सों में तेजी भी देखी गई है।जहाँ जीवन बीमा कारोबार 213 प्रतिशत बढ़ा है वहीं रबी की बुवाई में भी छह प्रतिशत की बढ़ोतरी पाई गयी है। हालांकि राज्यों सरकारों के करो के संबंध में उन्होंने चुप्पी बरकरार रखते हुए आंकड़ो को जारी नहीं किया।
Briefing media on re-monetisation, December 29, 2016 https://t.co/AP86ffbqWT
— Arun Jaitley (@arunjaitley) December 29, 2016