केजरीवाल के खिलाफ मानहानि केस मामले में सुनवाई के दौरान वित्तमंत्री अरुण जेटली एवं केजरीवाल के वकील राम जेठमलानी के बीच तीखी नोंक-झोंक हुई। आम आदमी पार्टी के खिलाफ मानहानि का मामला दायर करने वाले केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली ने सोमवार को खुली अदालत में अपने साथी वकील राम जेठ मलानी के सवालों का जवाब दिया। इस दौरान जेटली को वकील राम जेठमलानी के तीखें सवालों का सामना करना पड़ा।
Photo: India.comजेठमलानी ने कड़ा रुख अपनाते हुए जेटली से मांग की कि वो स्पष्ट करें कि मानहानि का मुकदमा क्यों किया? कम से कम दो घंटे तक चली इस बहस में जेटली को यह समझाने के लिए कहा गया कि वह किस तरह अपनी प्रतिष्ठा को पहुंची ठेस के लिए कह रहे हैं कि ‘उसकी भरपाई नहीं हो सकती?
राम जेठमलानी ने कहा कि आप अपनी महानता का जो आकलन करते हैं, उसका कोई तार्किक कारण नज़र नहीं आता है। इसके जवाब में अरुण जेटली ने कहा कि, ‘मेरे सम्मान की जितनी बड़ी हानि हुई है उसका आकलन मुश्किल है। राम जेठमलानी ने जेटली को कहा कि, ‘आपने ये कैसे तय कर लिया कि आपके सम्मान की भरपाई नहीं हो सकती है।’
मीडिया रिपोर्टस के मुताबिक, इस दौरान कई कड़े सवालों का सामना अरुण जेटली को करना पड़ा। उनसे पुछा गया कि राजेंद्र कुमार के दफ्तर में छापेमारी की जानकारी आपको थी? इसके जवाब में अरुण जेटली ने कहा कि छापेमारी की जानकारी नहीं थी और इस बारे में मीडिया से पता चला। फिर उनसे पुछा गया कि क्या आपको पता था कि डीडीसीए से जुड़े दस्तावेज दफ्तर में थे? इस बारें में अरुण जेटली ने बताया कि मुझे इस बारे में कोई जानकारी नहीं थी।
जब उनसे पुछा गया कि क्या आपने डीडीसीए की जांच की रिपोर्ट पढ़ी है? तब उन्होंने कहा कि
हां मैने रिपोर्ट पढ़ी है। फिर उनसे पुछा गया कि ये रिपोर्ट आपको किसने दी थी? तब उन्होंने बताया कि मुझे ध्यान नहीं कि ये रिपोर्ट किसने दी थी।
जब अरुण जेटली से पुछा गया कि याद कीजिए ये रिपोर्ट आपको सांघी ने दी है? आपको बता दें कि सांघी ब्यूरोक्रेट है है और इनकी अगुवाई में ही डीडीसीए की रिपोर्ट तैयार की गई थी। इस पर अरुण जेटली ने कहा कि मुझे नहीं पता। उनसे पुछा गया कि ये जांच रिपोर्ट आने के बाद आपकी सांघी से दोस्ती हो गई थी। तो इस बारें मंे अरुण जेटली ने कहा कि मैं सांघी से नहीं मिला हूं।