नागरिकता (संशोधन) विधेयक के खिलाफ असम में विरोध प्रदर्शन लगातार जारी है। इसी बीच, असम में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) को शर्मिंदा करने के लिए मणिपुर के प्रसिद्ध फिल्म निर्माता अरिबम श्याम शर्मा ने घोषणा की कि वह नागरिकता संशोधन विधेयक के विरोध में अपना पद्मश्री पुरस्कार लौटाएंगे। 15 बार के राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता शर्मा ने घोषणा की कि वह विवादास्पद विधेयक के खिलाफ अपना विरोध दर्ज कराने के लिए चौथा सर्वोच्च नागरिक सम्मान लौटाएंगे। रविवार दोपहर को उन्होंने यह ऐलान इंफाल स्थित आवास से किया।

अरिबम श्याम शर्मा ने समाचार एजेंसी आईएएनएस से कहा, “यह विधेयक पूर्वोत्तर और मणिपुर के स्थानीय लोगों के खिलाफ है। यहां (मणिपुर) कई लोगों ने इस विधेयक का विरोध किया है, लेकिन लग रहा है कि वे (केंद्र सरकार) इसे पारित करने का निश्चय कर चुके हैं।”
उन्होंने कहा, “पद्मश्री एक सम्मान है। यह भारत में सबसे बड़े सम्मानों में से एक है। इसलिए मुझे विरोध प्रदर्शन के लिए इसे वापस करने से बेहतर और कोई तरीका नहीं लगा।” अरिबम मणिपुर के जाने माने फिल्मकार और कम्पोजर हैं। शर्मा को 2006 में पद्म श्री सम्मान से नवाजा गया था।
बता दें कि इससे पहले बुधवार को तिनसुकिया जिले में विरोध प्रदर्शन के दौरान कुछ प्रदर्शनकारी उग्र हो गए और उन्होंने राज्य में सत्तारूढ़ बीजेपी के स्थानीय नेता लखेश्वर मोरां के साथ धक्कामुक्की और मारपीट की थी।
बता दें कि नागरिकता (संशोधन) विधेयक के खिलाफ असम में प्रदर्शन लगातार जारी है। ऑल असम स्टूडेंट्स यूनियन (AASU) ने गुरुवार देर रात मशाल जलाकर सड़कों पर उतर कर विरोध प्रदर्शन किया। उन्हें विपक्षी कांग्रेस का भी समर्थन मिला है।