बीसीसीआई अध्यक्ष और बीजेपी एमएले अनुराग ठाकुर को जेल भी जाना पड़ सकता है सुप्रीम कोर्ट ने उनके द्वारा दायर हलफनामे को झूठा पाया गया है। इसे धोखाधड़ी बताया गया है।
सुप्रीम कोर्ट ने बीसीसीआई से बोर्ड को संचालित करने के लिए नाम मांगे और बोर्ड तथा ठाकुर को अपना जवाब पेश करने के लिए सात दिनों का समय दिया गया है।
लोढ़ा समिति की सिफारिशों को लागू करने में असमर्थता जता रही बीसीसीआई को गुरुवार को सुप्रीम कोर्ट में फिर झटका लगा है। सुप्रीम कोर्ट ने कहा है कि पहली नजर में अनुराग ठाकुर ने सुप्रीम कोर्ट में झूठे तथ्य रखे और कोर्ट के आदेश की अवमानना की गई है।
बताया जा रहा है कि अनुराग ठाकुर ने कोर्ट में झूठा हलफनामा दायर किया है, जिसके लिए उन्हें जेल भी जाना पड़ सकता है। सुप्रीम कोर्ट ने एमिकस क्यूरी से पूछा है कि क्या बीसीसीआई चीफ अनुराग ठाकुर ने कोर्ट के सामने झूठे तथ्य रखे?