उत्तर प्रदेश में कासगंज जिले के सिढ़पुरा क्षेत्र में पुलिस टीम पर हमला कर सिपाही की हत्या करने वाला एक आरोपी बुधवार सुबह मुठभेड़ में मारा गया। वहीं, इस कांड का मुख्य आरोपी अब भी फरार चल रहा हैं।
पुलिस प्रवक्ता के अनुसार सिढ़पुरा इलाके में बुधवार सुबह करीब पांच बजे काली नदी की कटरी किनारे मुठभेड़ हुई जिसमें मुख्य आरोपी मोती धीवर का भाई एलकार धीमर मारा गया। पुलिस फरार मुख्य आरोपी मोती धीवर की सरगर्मी से तलाश कर रही है। उन्होंने बताया कि मारे गए बदमाश एलकार के कब्जे से एक तमंचा और कुछ कारतूस मिले हैं। इसपर हत्या समेत पांच मामले दर्ज हैं जबकि मुख्य आरोपी नगला धीमर गांव हिस्ट्रीशीटर मोती धीवर पर 12 मामले दर्ज हैं। इसकी तलाश में पुलिस की कई टीमें लगी है।
Kasganj Encounter: कासगंज के एसपी मनोज सोनकर ने बताया- घटना के बाद से ही पुलिस टीमें छापेमारी कर रही थीं। इसी दौरान काली नदी के खादर में बदमाशों से मुठभेड़ हो गई। pic.twitter.com/asAkZxWJHU
— NBT Uttar Pradesh (@UPNBT) February 10, 2021
गौरतलब है कि, मंगलवार शाम हल्का इंचार्ज अपने उपनिरीक्षक अशोक पाल अपने हमराह सिपाही देवेंद्र के साथ नियमित गश्त पर निकला था। वहां से वे नगला धीमर गांव गए जहां पूर्व में भी जहरीली शराब बनाने के मामले सामने आए हैं। देर शाम शराब माफियाओं ने पुलिस पर हमला कर लिया था। इस घटना में कांस्टेबल देवेंद्र कुमार की मौत हो गई जबकि उपनिरीक्षक आशोक पाल घायल हो गए। उनका उपचार अलीगढ़ मेडिकल में चल रहा है। शराब माफिया घायल उपनिरीक्षक की सरकारी रिवाल्वर भी छीनकर ले गए।
घटना की सूचना पर माफियाओं को पकड़ने के लिए सिढ़पुरा औऱ अगल बगल के जिलों की पुलिस को मौके पर भेजा गया था। आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस की 12 टीमें लगाई गई हैं। घटना को गंभीरता से लेते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आरोपियों पर रासुका लगाने के निर्देश देते हुए हमले में मारे गये कांस्टेबल देवेंद्र कुमार के परिजनों को 50 लाख रुपये की आर्थिक साहयता और परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी देने की घोषणा की है। (इंपुट: एजेंसी के साथ)