पहली बार लोकसभा चुनाव लड़ रहे भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने शनिवार (30 मार्च) को गुजरात में गांधीनगर सीट से अपना नामांकन पत्र दाखिल किया। इस सीट का प्रतिनिधित्व फिलहाल पार्टी के दिग्गज नेता लालकृष्ण आडवाणी कर रहे हैं, जो इस निर्वाचन क्षेत्र में 1998 से लगातार निर्वाचित हुए हैं।
शाह द्वारा नामांकन में दी गई जानकारी के मुताबिक, पिछले सात सालों के दौरान उनकी संपत्ति में तीन गुना का इजाफा हुआ है। हलफनामे के मुताबिक, अमित शाह और उनकी पत्नी की चल और अचल संपत्ति 2012 के 11.79 करोड़ रूपए से बढ़कर 38.81 करोड़ रुपये हो गई है।
अपने हलफनामे में बीजेपी अध्यक्ष ने बताया कि उनकी और उनकी पत्नी की चल-अचल संपत्ति 38.81 करोड़ है जो साल 2012 में 11.79 करोड़ थी। इसके अनुसार, 38.81 करोड़ रुपये की संपत्ति में 23.45 करोड़ रुपये की संपत्ति उनके परिवार से विरासत में मिली है। अमित शाह और उनकी पत्नी के बचत खाते में 27.80 लाख रुपये हैं, इसके अलावा दंपत्ति के पास कुल मिलाकर 9.80 लाख रुपये का फिक्स्ड डिपॉजिट है।
दंपत्ति के नामांकन में इनकम टैक्स रिटर्न का जो ब्योरा दिया गया है उसके मुताबिक इनकी सालाना आय 2.84 करोड़ रुपये है। नामांकन दाखिल करते वक्त तक अमित शाह के पास 20,633 रूपए नकद थे, जबकि उनकी पत्नी के पास 72,578 रूपए थे।
इस अवसर पर शाह ने एक रोड शो किया और रैली को भी संबोधित किया। बीजेपी के दो पूर्व अध्यक्षों- राजनाथ सिंह और नितिन गडकरी, पार्टी के सहयोगी दल शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे, शिअद सुप्रीमो प्रकाश सिंह बादल और लोजपा संस्थापक रामविलास पासवान शाह के साथ मंच पर मौजूद थे।
इस घटनाक्रम को उनकी राजनीतिक शक्ति का प्रदर्शन और उन्हें पार्टी में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बाद दूसरे सबसे ताकतवर नेता के रूप में देखा जा रहा है। शाह ने शनिवार को नामांकन पत्र दाखिल करने से पहले यहां एक बड़ा रोड शो भी किया। चार किलोमीटर लंबे इस रोड शो के दौरान लाखों लोगों ने शाह का अभिनंदन किया। वह एक खुले वाहन में सवार थे। उनके साथ केन्द्रीय मंत्री राजनाथ सिंह, पीयूष गोयल और अन्य स्थानीय नेता भी थे।
इसके बाद शाह गांधीनगर गए और गांधीनगर जिला कलेक्टर एस. के. लांगा को नामांकन पत्र सौंपा। इस अवसर पर केंद्रीय मंत्री अरूण जेटली के अलावा सिंह, ठाकरे और गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रूपाणी भी थे। बीजेपी अध्यक्ष ने रोड शो से पहले एक जनसभा में कहा कि 2019 का लोकसभा चुनाव केवल इस मुद्दे पर लड़ा जाएगा कि चुनाव के बाद देश का नेतृत्व कौन करेगा।