BJP का मिशन केरल: अमित शाह ने राजराजेश्वर मंदिर में की पूजा-अर्चना, सोने का चढ़ाया कलश

0

भारतीय जनता पार्टी(बीजेपी) के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने मंगलवार(3 अक्टूबर) को अपनी 15 दिन की केरल यात्रा की जोर-शोर से शुरुआत कर दी है। इधर, राज्य के बीजेपी की उपस्थिति को महसूस करते हुए मुख्यमंत्री पी विजयन ने भी मोर्चा खोल दिया है। उन्होंने कहा है कि केन्द्र सरकार के बड़े मंत्री और आरएसएस से जुड़े लोग केरल की छवि को खराब करने की कोशिश कर रहे हैं, जिसका विरोध होना चाहिए।

@AmitShah

बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने कन्नूर जिले के तालीपरम्बा में प्रसिद्ध राजराजेश्वर मंदिर में आज पूजा-अर्चना की। शाह जिले के पय्यान्नूर में बीजेपी की जनरक्षा यात्रा का शुभारंभ करने के लिए यहां आए हैं। पार्टी के प्रदेश मीडिया विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि वरिष्ठ बीजेपी नेता मंगलवार सुबह मंगलूर हवाईअड्डे पहुंचे और बाकेल से सड़क मार्ग के जरिए मंदिर पहुंचे।

अमित शाह के साथ प्रदेश बीजेपी नेता भी मौजूद रहे। मंदिर प्रशासन ने शाह का स्वागत किया। बीजेपी अध्यक्ष ने मंदिर में 30 मिनट बिताए और उन्होंने भगवान को स्वर्ण कलश चढ़ाया। तालीपरम्बा में स्थित राजराजेश्वर मंदिर उत्तर मालाबार का प्रसिद्ध शिव मंदिर है।

पूजा अर्चना करने के बाद शाह राज्य में 15 दिवसीय रैली का शुभारंभ करने के लिए पय्यान्नूर गए। बीजेपी और संघ परिवार के कार्यकर्ताओं के खिलाफ वाम दल के कथित ‘लाल आतंकवाद’ के विरोध में यह रैली निकाली जा रही है।पय्यानूर से शुरू होकर जन रक्षा यात्रा (लोगों की सुरक्षा रैली) 17 अक्तूबर को तिरुवनंतपुरम में समाप्त होने से पहले राज्य से गुजरेगी। कई केंद्रीय मंत्री ‘सभी को जीने का हक!! जिहादी-लाल आतंक के खिलाफ’ थीम के तहत रैली में भाग लेंगे।

न्यूज एजेंसी भाषा के मुताबिक, वर्ष 2001 के बाद से राज्य में 120 बीजेपी कार्यकर्ताओं की हत्या की जा चुकी है जिनमें से 84 केवल कन्नूर में ही मारे गए। इनमें से 14 की मुख्यमंत्री के गृहनगर में ही हत्या की गई। दूसरी ओर माकपा ने बीजेपी और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) पर हिंसा करने का आरोप लगाया और राजनीतिक हत्याओं में अपनी सरकार तथा नेतृत्व की संलिप्तता से इनकार किया है।

Previous articleहिमाचल प्रदेश: PM मोदी ने बिलासपुर में रखी एम्स की आधारशिला
Next articleऋतिक रोशन ने कंगना के खिलाफ दर्ज कराई शिकायत, कहा- वो मुझे सेक्सुअल मेल भेजा करती थीं