भारतीय वायु सेना (आईएएफ) का एमआई-17 हेलीकॉप्टर दुर्घटना में मारे गए लोगों के शवों को ले जा रहे काफिले में से एक एंबुलेंस और एक पुलिस वैन तमिलनाडु के वेलिंगटन से सुलूर के बीच रास्ते में दुर्घटनाग्रस्त हो गई। भारतीय वायुसेना का एक हेलीकॉप्टर कुन्नूर के पास बुधवार को दुर्घटनाग्रस्त हो गया था, जिसमें चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत, उनकी पत्नी मधुलिका रावत सहित 13 लोगों की मौत हो गई।
शवों को गुरुवार सुबह सैन्य अस्पताल से वेलिंगटन में मद्रास रेजिमेंटल सेंटर (एमआरसी) से स्थानांतरित कर दिया गया, जहां तेलंगाना की राज्यपाल और पुडुचेरी की उपराज्यपाल तमिलिसाई सुंदरराजन, तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम. के. स्टालिन, एयर चीफ मार्शल वी. आर. चौधरी, वरिष्ठ सैन्य अधिकारियों और अन्य लोगों ने दिवंगत लोगों को श्रद्धांजलि दी।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, जब एम्बुलेंस और सुरक्षा वाहनों का काफिला वेलिंगटन से सुलूर हवाई अड्डे की ओर जा रहा था, तभी पुलिस वाहन का एक्सल टूट गया। वैन चालक ने वाहन को रोका और इसी क्रम में वह सड़क किनारे दीवार से जा टकराया।
इस घटना में सात पुलिसकर्मियों को मामूली चोटें आईं और उन्हें मेट्टुपालयम के सरकारी अस्पताल में स्थानांतरित कर दिया गया। कुछ मिनट बाद, नश्वर अवशेषों को ले जाने वाली एंबुलेंसों में से एक को एक मामूली दुर्घटना का सामना करना पड़ा। एंबुलेंस में शवों को दूसरी एंबुलेंस में स्थानांतरित कर दिया गया और इसके बाद वाहन सुलूर एयरबेस की ओर बढ़ गए।
बता दें कि, बुधवार दोपहर में तमिलनाडु के कुन्नूर जिले के पास भारतीय वायुसेना का एक हेलीकॉप्टर दुर्घटनाग्रस्त हो गया था, जिसमें देश के पहले चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत, उनकी पत्नी मधुलिका रावत के अलावा 11 सैन्य अधिकारियों और जवानों की मौत हो गई। इस हादसे में केवल वायु सेना का ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह जीवित बचे हैं, जिनका अस्पताल में इलाज चल रहा है। हालांकि, उनकी हालत भी गंभीर बनी हुई। (इंपुट: IANS के साथ)
[Please join our Telegram group to stay up to date about news items published by Janta Ka Reporter]