अयोध्या: राम मंदिर की जमीन खरीद में बड़े घोटाले का आरोप, चंद मिनटों में 2 करोड़ से 18.5 करोड़ रुपए हुई कीमत; राम जन्मभूमि ट्रस्ट के सचिव चंपत राय ने आरोपों को बताया बेबुनियाद

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आम आदमी पार्टी (आप) के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सांसद संजय सिंह व समाजवादी पार्टी (सपा) के नेता तेजनारायण पांडेय उर्फ़ पवन पांडेय ने अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण करा रहे श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट पर बड़े घोटाले और भ्रष्टाचार के कई गंभीर आरोप लगाए है। उन्होंने आरोप लगाया है कि ‘दो करोड़ रुपये में ख़रीदी गई जमीन महज कुछ मिनटों बाद 18.5 करोड़ रुपये में खरीदी गई।’ वहीं, राम जन्मभूमि ट्रस्ट के सचिव चंपत राय ने इन आरोपों को बेबुनियाद और राजनीति से प्रेरित बताया है।

Photo: Indian Express

गौरतलब है कि, आम आदमी पार्टी (आप) के राज्यसभा सदस्य संजय सिंह ने रविवार को श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट पर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगाते हुए उसकी जांच सीबीआई और प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) से कराने की मांग की थी। सिंह ने लखनऊ में दावा किया था कि ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने संस्था के सदस्य अनिल मिश्रा की मदद से दो करोड़ रुपए कीमत की जमीन 18 करोड़ रुपए में खरीदी। उन्होंने कहा था कि यह सीधे-सीधे धन शोधन का मामला है और सरकार इसकी सीबीआई और प्रवर्तन निदेशालय से जांच कराए।

वहीं, समाजवादी पार्टी की पूर्ववर्ती सरकार में मंत्री रहे एवं अयोध्या के पूर्व विधायक पवन पांडे ने भी अयोध्या में राय पर भ्रष्टाचार के ऐसे ही आरोप लगाए और मामले की जांच सीबीआई से कराने की मांग की। चंपत राय ने इस पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि वह इस तरह के आरोपों से नहीं डरते तथा इन आरोपों का अध्ययन करेंगे।

 

इन आरोपों के बाद कांग्रेस का भी बयान सामने आया है। कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने अपने ट्विटर पर लिखा, “हे राम, ये कैसे दिन… आपके नाम पर चंदा लेकर घोटाले हो रहे हैं…. बेशर्म लुटेरे अब आस्था बेच ‘रावण’ की तरह अहंकार में मदमस्त हैं… सवाल है कि दो करोड़ में ख़रीदी ज़मीन 10 मिनट बाद ‘राम जन्मभूमि’ को ₹18.50 करोड़ में कैसे बेची? अब तो लगता है …कंसों का ही राज है, रावण हैं चहुं ओर!”

कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने भी श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट पर जमीन के सौदे में कथित भ्रष्टाचार के दावे का हवाला देते हुए सोमवार को आरोप लगाया कि राम मंदिर के लिए मिले चंदे का दुरुपयोग करोड़ों लोगों की आस्था का अपमान और अधर्म है। पार्टी की उत्तर प्रदेश प्रभारी प्रियंका ने ट्वीट किया, ‘‘करोड़ों लोगों ने आस्था और भक्ति के चलते भगवान के चरणों में चढ़ावा चढ़ाया। उस चंदे का दुरुपयोग अधर्म है, पाप है, उनकी आस्था का अपमान है।’’

राम जन्मभूमि ट्रस्ट के सचिव चंपत राय ने इन आरोपों को बेबुनियाद और राजनीति से प्रेरित बताया है। ट्रस्ट पर ज़मीन घोटाले के आरोपों पर पहले तो चंपत राय ने टिप्पणी करने से साफ़ इनकार कर दिया लेकिन रविवार देर शाम उन्होंने एक प्रेस वक्तव्य जारी करके सफाई दी।

प्रेस वक्तव्य में चंपत राय ने कहा, “श्रीरामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने जितनी भूमि क्रय की है, वह खुले बाज़ार की क़ीमत से बहुत कम मूल्य पर ख़रीदी है। उक्त भूमि को ख़रीदने के लिए वर्तमान विक्रेतागणों ने वर्षों पूर्व जिस मूल्य पर अनुबंध किया था, उस भूमि को उन्होंने 18 मार्च 2021 को बैनामा कराया तत्पश्चात ट्रस्ट के साथ अनुबंध किया।”

वहीं, विश्व हिन्दू परिषद ने इस मामले में कोई भी टिप्पणी करने से फ़िलहाल इनकार कर दिया है। बीबीसी हिंदी की रिपोर्ट के मुताबिक, विश्व हिन्दू संगठन से जुड़े पदाधिकारियों का अभी यही जवाब है कि वो आरोप के सभी दस्तावेज़ों को देखकर उसकी सच्चाई का पता लगाएंगे। वीएचपी के बड़े पदाधिकारी ने नाम न छापने की शर्त पर बताया है कि संगठन ने इन आरोपों को गंभीरता से लिया है और यदि आरोप सही पाए गए तो इसके ख़िलाफ़ आंदोलन किया जाएगा।

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