योगी राज में बदमाशों के हौसले इतने बुलंद है कि वो कहीं भी वारदात को अंजाम देने से नहीं डरते हैं। उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी (एसपी) के फैजाबाद के एक युवा नेता की गोली मारकर हत्या कर दी गई। मृतक सपा के लोहियावाहिनी गोशाईगंज विस क्षेत्र अध्यक्ष थे। पुलिस ने मंगलवार को यह जानकारी दी।
फाइल फोटोफैजाबाद के एसएसपी आशीष तिवारी ने बताया कि महाराजगंज थाना अंतर्गत कनकपुर गांव के 30 वर्षीय अखिलेश यादव की गोली मारकर तब हत्या कर दी गयी जब वह सोमवार शाम अपने घर के पास एक जिम में कसरत कर रहे थे। पुलिस अधिकारी ने बताया कि वह समाजवादी लोहिया वाहिनी के क्षेत्र अध्यक्ष थे।
घटना के बाद समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव ने राज्य में ‘बिगड़ती’ कानून-व्यवस्था के लिए योगी आदित्यनाथ सरकार पर निशाना साधा। सपा अध्यक्ष ने कहा कि राज्य में अपराधियों में पुलिस का कोई डर नहीं रहा। प्रदेश में अपराध बढ़ रहा है, कानून-व्यवस्था बिगड़ती जा रही है। राज्य सरकार भले कहे कि उत्तर प्रदेश सर्वश्रेष्ठ राज्य बनने की राह पर है लेकिन हकीकत में लोग डर और आतंक के साये में जी रहे हैं।
उन्होंने कहा कि सोमवार को फैजाबाद में उनकी पार्टी के नेता की हत्या कर दी गयी। यही नहीं, समूचे राज्य से इस तरह की घटनाएं सामने आ रही हैं जो प्रदेश में कानून व्यवस्था पर सरकार के दावों की पोल खोलती है।
सपा के युवा नेता की हत्या का विवरण देते हुए फैजाबाद के एसएसपी तिवारी ने कहा, ‘‘आदित्य सिंह ने (फैजाबाद के सपा नेता) अखिलेश यादव की गोली मारकर हत्या कर दी । एक ट्रांसपोर्ट कंपनी को चलाने को लेकर दोनों के बीच विवाद था।’’ एसएसपी ने कहा, ‘‘आरोपी आदित्य सिंह और हत्या में साथ देने वाले उसके सहयोगी फरार हैं।’’ आरोपियों को पकड़ने का प्रयास किया जा रहा है। युवा नेता को अस्पताल पहुंचाया गया, जहां उन्हें मृत घोषित कर दिया गया।
बहरहाल, आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग करते हुए पूर्व मंत्री पवन पांडे के नेतृत्व में पार्टी कार्यकर्ताओं ने फैजाबाद जिला अस्पताल के सामने शहर की मुख्य सड़क पर यातायात बाधित किया। पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को तितर बितर करने के लिए हल्के बल का प्रयोग किया।
उत्तर प्रदेश में आपराधिक घटनाएं कम होने का नाम ही नहीं ले रहीं है। यूपी में हो रहीं आपराधिक घटनाओं को लेकर विपक्ष लगातार सवाल उठा रहा है। (इंपुट: भाषा के साथ)