हाथरस रेप कांड ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है। वहीं, इस पर राजनेताओं का बयान देने का सिलसिला भी लगातार जारी है। इस बीच, उत्तर प्रदेश सरकार के मंत्री अजीत सिंह पाल ने हाथरस कांड को लेकर विवादित बयान दिया है।
उत्तर प्रदेश के इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी राज्य मंत्री अजीत सिंह पाल ने हाथरस जिले में 19 वर्षीय लड़की के कथित सामूहिक बलात्कार और उसकी मौत की घटना को ‘छोटा सा मुद्दा’ करार देते हुए शुक्रवार को कहा कि दलित किशोरी के साथ दुष्कर्म नहीं हुआ था। पाल ने एक बयान में कहा, ‘डॉक्टरों ने साफ कर दिया है कि हाथरस की घटना में महिला के साथ दुष्कर्म नहीं हुआ।’ अजीत सिंह के इस बयान के बाद विवाद और बढ़ने की आशंका है।
समाचार एजेंसी पीटीआई की रिपोर्ट के मुताबिक, योगी सरकार में मंत्री अजीत सिंह पाल ने इस घटना पर विपक्षी दलों के हमलों को लेकर संवाददाताओं के सवाल पर कहा, “अगर विपक्ष सरकार पर हमले कर रहा है तो हम कुछ नहीं कर सकते। उनके पास कोई मुद्दा नहीं है और वे बीच-बीच में ऐसे छोटे मुद्दे उठाते रहते हैं। वे केवल मुद्दे उठा रहे हैं और जनहित में कुछ भी नहीं कर रहे।”
वहीं, जब मीडियाकर्मियों ने पूछा कि क्या हाथरस की घटना छोटी है तो पाल ने कहा, “मैं कह रहा हूं कि मामले की जांच हो रही है। डॉक्टरों ने कहा है कि इस तरह का कुछ नहीं हुआ। जांच में जो सामने आया, सार्वजनिक किया जाएगा।”
यूपी के एडिशनल डायरेक्टर जनरल (लॉ एंड ऑर्डर) प्रशांत कुमार ने भी गुरुवार को कहा था कि महिला पर फोरेंसिक जांच से बलात्कार का संकेत नहीं मिला था। कुमार ने लखनऊ में गुरुवार को कहा था, “एफएसएल की रिपोर्ट भी आ गई है। यह स्पष्ट करता है कि नमूनों में शुक्राणु नहीं थे। जिससे यह स्पष्ट होता है कि कोई बलात्कार या सामूहिक बलात्कार नहीं हुआ था।”