#MeToo कैंपेन के बाद AIB से अलग हुए तन्मय भट्ट, गुरसिमरन खंबा को भी छुट्टी पर भेजा गया

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AIB के सबसे मशहूर चेहरे तन्मय भट्ट अब इससे अलग हो गए हैं। तन्मय के साथ-साथ गुरसिमन खंबा भी अब इसका हिस्सा नहीं रहेंगे। इन दिनों सोशल मीडिया पर चल रहे #Metoo कैंपेन और AIB की लगातार ट्रोलिंग के बाद ये फैसला लिया गया है। AIB ने सोमवार को एक आधिकारिक बयान जारी कर यह जानकारी दी है। AIB द्वारा ट्विटर पर जारी किए अपने बयान में बताया है कि तन्मय भट्ट अगले नोटिस तक कंपनी के किसी भी काम में शामिल नहीं किया जाएगा और गुरसिमरन खंबा को भी लंबे वक्त के लिए छुट्टी पर भेज दिया गया है।

आपको बता दें कि हाल ही में AIB के एक स्टैंडअप कॉमेडियन उत्सव चक्रवर्ती पर एक महिला ने यौन शोषण का आरोप लगाया था। जिसके बाद AIB से उन्हें निकाल दिया गया था, इस दौरान इस कंपनी के कई बड़े चेहरों पर महिलाओं से दुर्व्यवहार, यौन उत्पीड़न और भद्दे मजाक के आरोप लगे।

यहां तक की तन्मय भट्ट और गुरसिमरन खंबा पर भी महिलाओं से खराब व्यवहार के आरोप लगे। MeeToo कैंपेन के देखने हुए तन्मय भट्ट ने ऑल इंडिया बकचोद ग्रुप को छोड़ दिया है। वहीं कॉमेडियन गुरसिमरन को भी छु्ट्टी पर भेज दिया गया है। रिपोर्ट के मुताबिक जिस लड़की ने उत्सव चक्रवर्ती पर यौन शोषण के आरोप लगाए हैं उसके बारे में तन्मय भट्ट को पूरी जानकारी थी।

AIB ने अपनी प्रतिक्रिया में ये माना है कि तन्मय भट्ट को आरोपों के बारे में पता था और उन्हें महिला के साथ हुए उत्पीड़न की पूरी जानकारी थी। AIB के बयान में कहा गया है कि तन्मय भट्ट को एक प्राइवेट और पर्सनल बातचीत के जरिए आरोपों और उत्पीड़न के बारे में सभी चीजें बताई गई थीं। तन्मय ने अकेले में उत्सव से इस बारे में बातचीत की और फिर उत्सव ने गुस्से में आकर पीड़िता को फिर से कॉल किया और फिर उसके बाद हैरासमेंट बढ़ता गया।

खुलकर सामने आ रही हैं महिलाएं

गौरतलब है कि हॉलीवुड के फिल्मकार हार्वे वाइंस्टीन के खिलाफ यौन शोषण का मामला अमेरिकी अखबार न्यूयॉर्क टाइम्स में प्रकाशित होने के बाद से विश्व भर की महिलाएं खामोशी तोड़ते हुए ‘मी टू’ अभियान के जरिए अपनी-अपनी बाते खुलकर रख रही हैं। इस अभियान के जरिए कई बॉलीवुड अभिनेत्रियां भी खुलकर सामने आई हैं। विशेषकर तनुश्री दत्ता के विवाद के बाद से ‘मी टू’ अभियान काफी तेजी के फैल रहा है।

तनुश्री दत्ता के नाना पाटेकर पर आरोप लगाने और यौन उत्पीड़न पर खुलकर बोलने के बाद, महिलाओं की ऐसी कई और आवाजें सोशल मीडिया पर बुलंद होने लगी हैं। अब महिला पत्रकार भी उन औरतों में शामिल हो गई हैं जिन्होंने सोशल मीडिया पर अपने यौन उत्पीड़न के अनुभव लिखने शुरू कर दिए हैं। यौन उत्पीड़न, यानी किसी के मना करने के बावजूद उसे छूना, छूने की कोशिश करना, यौन संबंध बनाने की मांग करना, सेक्सुअल भाषा वाली टिप्पणी करना, पोर्नोग्राफी दिखाना या कहे-अनकहे तरीके से बिना सहमति का सेक्सुअल बर्ताव करना होता है।

इन दिनों फिल्म, मीडिया और इंटरटेनमेंट इंडस्ट्री से जुड़ी हस्तियों पर लगे यौन प्रताड़ना के आरोप से सोशल मीडिया पर चर्चा गर्म है। #MeToo और #TimesUp अभियान के तहत भारतीय महिलाएं आपबीती बता रही हैं। इसमें अपने साथ हुए दुर्व्यवहारों और प्रताड़ना को सोशल मीडिया पर साझा कर रही हैं। सोशल मीडिया पर ये महिलाएं कुछ सबूत भी पेश कर रही हैं। इन आरोपों के बाद यह बहस तेज हो गई है कि कैसे किसी ऑर्गेनाइजेशन या दफ्तर के भीतर ही सारी चीजें घटित हो रही हैं और किसी को भनक तक नहीं लग रही। यौन उत्पीड़न के आरोपों से जुड़े कई संस्थानों ने अब कार्रवाई की बात कही है।

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