भारतीय रेलवे की एक बड़ी लापरवाही सामने आई है। शनिवार (7 अप्रैल) को अहमदाबाद-पुरी एक्सप्रेस में सफर कर रहे सैकड़ों यात्री भीषण हादसे का शिकार होने से उस वक्त बच गए जब ओड़िशा के टिटलागढ़ स्टेशन पर यात्रियों से भरी 22 डिब्बों वाली ट्रेन बिना इंजन के करीब 15 किलोमीटर तक दौड़ती रही। ट्रेन को काबू करने के लिए कर्मचारियों ने ट्रैक पर पत्थर रखकर इसे रोका। इस दौरान पटरी पर यदि कोई दूसरी ट्रेन आ रही होती तो बड़ी दुर्घटना हो सकती थी। रिपोर्ट के मुताबिक शनिवार रात करीब 10 बजे तितलागढ़ स्टेशन पर अहमदाबाद-पुरी एक्सप्रेस खड़ी थी। यात्रियों से भरी 22 डिब्बों वाली ये ट्रेन संबलपुर जाने वाली थी और ट्रेन का इंजन बदला जाना था। ऐसे में जब ट्रेन का इंजन अलग किया गया तो वो प्लेटफॉर्म से निकलकर करीब दो घंटों तक बिना इंजन के चलती रही। खबर मिलते ही किसी भी तरह के हादसे को रोकने के लिए सभी क्रॉसिंगों को बंद कर दिया गया। करीब लगभग 15 किलोमीटर का सफर तय करने के बाद ट्रेन को रात 12 बजे कसिगा स्टेशन पर पत्थरों की मदद से रोका गया।
रेलवे ने इस मामले की उच्च स्तरीय जांच किए जाने के निर्देश जारी कर दिए हैं। ईस्ट कोस्ट रेलवे के मुख्य सुरक्षा अधिकारी एस एस मिश्रा ने इसे ट्रेन चालकों की लापरवाही बताया है। संबलपुर के रेलवे डीआरएम जयदेव गुप्ता ने बीबीसी को बताया है कि स्किड ब्रेक ठीक ढंग से इस्तेमाल नहीं किए जाने की वजह से ये घटना सामने आई है। समाचार एजेंसी IANS की रिपोर्ट के मुताबिक इस्ट कोस्ट रेलवे (ईसीओआर) के अधिकारियों ने इंजन के दो चालकों और रेलगाड़ी की मरम्मत करने वाले तीन कर्मचारियों को काम में लापरहवाही के लिए निलंबित कर दिया है।
बताया गया है कि ट्रेन से इंजन अलग करने पर स्किड ब्रेक नहीं लगाए जाने से ट्रेन के डब्बे कुछ किलोमीटर तक बगैर इंजन के ही चलते रहे। ईसीओआर ने एक बयान में कहा कि, अहमदाबाद-पुरीएक्सप्रेस के डब्बों के बगैर इंजन के केसिंगा की ओर चलने की घटना सामने आई है। संबंधित कर्मचारियों द्वारा स्किड-ब्रेक का उपयोग नहीं करने की वजह से ऐसा हुआ। यात्री सुरक्षित बताए जा रहे हैं।
रेलवे ने कहा कि, जब इंजन को ट्रेन के दूसरे छोर में जोड़ने के लिए डिब्बों से अलग किया जाता है तो उनके पहियों में स्किड ब्रेक यानी कोच को रोककर रखने के लिए प्रयुक्त ब्रेक लगाई जाती है। इस मामले में लगता है कि या तो स्किड ब्रेक लगाई ही नहीं गई या ठीक से नहीं लग पाई। विस्तृत जांच से ही इसका पता चल पाएगा। ईसीओर के प्रबंध निदेशक उमेश सिंह ने कहा है कि मामले में लापरवाही बरतने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
Shocking! 22 coaches of a train roll down for 15 kms without engine in Odisha.
Posted by Rifat Jawaid on Sunday, 8 April 2018