वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने सोमवार (1 फरवरी) को वित्त वर्ष 2021-22 का बजट पेश किया। सरकार के बजट और वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण की घोषणाओं को लेकर आलोचनाएं भी शुरू हो गई है। कांग्रेस नेता शशि थरूर, प्रशांत भूषण और जिग्नेश मेवाणी ने बजट को लेकर सरकार पर निशाना साधा है।
पूर्व केंद्रीय मंत्री और केरल की तिरुअनंतपुरम सीट से कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने अपने ट्वीट में लिखा, “यह भाजपा सरकार मुझे उस गैराज मैकेनिक की याद दिलाती है, जो अपने क्लाइंट से कहा, “मैं तुम्हारे ब्रेक ठीक नहीं कर सकता, इसलिए मैंने तुम्हारा हॉर्न तेज कर दिया है।”
This BJP government reminds me of the garage mechanic who told his client, “I couldn’t fix your brakes, so I made your horn louder.” #Budget2021
— Shashi Tharoor (@ShashiTharoor) February 1, 2021
वरिष्ठ वकील प्रशांत भूषण ने कहा, “वित्त मंत्री ने निजी कंपनियों की गैर परीक्षित वैक्सीन पर 35,000 करोड़ रुपये खर्च करने की घोषणा ऐसे समय की है जब देश में कोविड प्राकृतिक रूप से नीचे जा रहा है! लेकिन इस पैसे को नौकरी गंवा चुके गरीब प्रवासी श्रमिकों और किसानों को फसलों पर एमएसपी के लिए नहीं दिया जा सकता। वह वित्त मंत्री साहिबा।”
FM announces 35,000 Cr of our money to be spent on Pvt Vaccine Companies for untested Vaccines at a time when Covid is naturally dying down in India! But this money cannot be given to poor migrant labour who lost their jobs or to Farmers for MSP on their crops. Wah FM sahiba!
— Prashant Bhushan (@pbhushan1) February 1, 2021
विधायक जिग्नेश मेवाणी ने सरकार पर निशाना साधते हुए कहा, “बजट में, मैंने अब तक सिर्फ निजीकरण, निजीकरण और निजीकरण की बात सुनी! यह सरकार देश की परिसंपत्तियों को मुट्ठी भर पूंजीपतियों को बेचने की इच्छा रखती है।”
In the budget, I just hear of privatization, privatization, and privatization till now!
The government aspires to sell off the country's assets to a handful of oligarchs
— Jignesh Mevani (@jigneshmevani80) February 1, 2021