तजाकिस्तान में अफगानिस्तान के राजदूत मोहम्मद जहीर अघबार ने राष्ट्रपति अशरफ गनी पर सरकारी कोष से 16.9 करोड़ डॉलर की ‘चोरी’ करने का आरोप लगाया और अंतरराष्ट्रीय पुलिस से उन्हें गिरफ्तार करने की मांग की है।
बता दें कि, तालिबान के काबुल के पास पहुंचते ही गनी रविवार को अफगानिस्तान छोड़कर चले गए थे और बुधवार तक उनके ठिकाने की कोई जानकारी नहीं थी। बाद में संयुक्त अरब अमीरात ने कहा कि उसने ”मानवीय आधार” पर गनी और उनके परिवार को अपने यहां अनुमति दी है।
राजदूत मोहम्मद जहीर अघबार ने बुधवार को एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि ” गनी ने राज्य के खजाने से 16.9 करोड़ डॉलर चुराए” और गनी के जाने को ”राज्य और राष्ट्र के साथ विश्वासघात” करार दिया।
देश छोड़ने को लेकर हो रही आलोचना के बीच अशरफ गनी ने बीते दिनों सोशल मीडिया के जरिए सफाई पेश की थी। उन्होंने अपने फेसबुक पोस्ट में लिखा था, आज मेरे सामने कठिन विकल्प है। मुझे कठिन फैसला लेना पड़ा। मुझे तालिबान के सामने खड़ा रहना चाहिए। मैंने बीते 20 साल से अपनी जीवन यहां के लोगों को बचाने में बिताया है। मैंने अगर देश नहीं छोड़ा होता तो यहां की जनता के लिए अंजाम बुरे होते।
उन्होंने अपने पोस्ट में आगे कहा था, तालिबानियों ने मुझे हटाया है। वो काबुल में यहां के लोगों पर हमले के लिए यहां आए हैं। उन्होंने यह भी कहा कि तालिबान ने हिंसा से लड़ाई जीत ली है। अब उनकी जिम्मेदारी है को वो अफगानिस्तान के लोगों की रक्षा करे। उन्होंने लिखा है कि खूनखराबे से बचने के लिए मेरा अफगानिस्तान से जाना ही सही लगा।