सुप्रीम कोर्ट के समक्ष चुनाव आयोग के लिए पोल पैनल में शामिल वकील मोहित डी.राम ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। चुनाव आयोग को भेजे अपने इस्तीफे में वकील डी राम ने आयोग की वर्तमान कार्यशैली पर सवाल उठाते हुए कहा कि ये मेरे मूल्यों के अनुरूप नहीं है, इसलिए खुद को अलग कर रहा हूं।
चुनाव आयोग को भेजे गए पत्र के अनुसार, राम ने कहा, “भारत के चुनाव आयोग का प्रतिनिधित्व करना मेरे लिए एक सम्मान की बात थी। मैंने करियर में कई माइलस्टोन प्राप्त किए। मेरी यात्रा ईसीआई के स्टैंडिंग काउंसिल के कार्यालय से शुरू हुई और ईसीआई के एक पैनल काउंसिल तक आगे बढ़ी।”
उन्होंने आगे कहा, “हालांकि, मैंने पाया है कि मेरे मूल्य ईसीआई के वर्तमान कामकाज के अनुरूप नहीं हैं, और इसलिए मैं भारत के सर्वोच्च न्यायालय के समक्ष अपने पैनल के काउंसिल की जिम्मेदारियों से खुद को हटा रहा हूं।”
पत्र में राम ने कहा कि वह अपने कार्यालय के साथ सभी लंबित मामलों में फाइलों, एनओसी और वकालतनामाओं के निर्बाध परिवर्तन को सुनिश्चित करने का कार्य करेंगे। पत्र 6 मई को लिखा गया था और चुनाव आयोग के कानून के निदेशक को संबोधित किया गया था।
Advocate Mohit D. Ram, who was on the Panel Counsel for the #ElectionCommission before the #SupremeCourt has tendered his resignation from the position. (IANS) pic.twitter.com/NBbEv3J6zO
— Janta Ka Reporter (@JantaKaReporter) May 7, 2021
बता दें कि, सुप्रीम कोर्ट ने गुरुवार को चुनाव आयोग की एक याचिका को खारिज कर दिया था, जिसमें अदालती कार्यवाही के दौरान न्यायाधीशों द्वारा की गई मौखिक टिप्पणियों की रिपोर्टिग को रोकने की मांग की गई थी। हालांकि, राम इस मामले का हिस्सा नहीं थे। इससे पहले मद्रास हाई कोर्ट ने चुनाव आयोग पर काफी सख्त टिप्पणी की थी।
गौरतलब है कि, मद्रास हाई कोर्ट ने 26 अप्रैल को महामारी की दूसरी लहर के बीच कोविड मामलों में वृद्धि के लिए चुनाव आयोग को उकसाया था। हाई कोर्ट ने इसे वायरल संक्रमण के प्रसार के लिए जिम्मेदार ठहराया और इसे सबसे गैर-जिम्मेदार संस्थान कहा। कोर्ट ने कहा था कि उसके अधिकारियों पर हत्या के आरोपों के तहत मामला दर्ज किया जा सकता है। (इंपुट: आईएएनएस के साथ)