अडानी ग्रुप ने 5 बड़े हवाई अड्डों के लिए बोलियां जीतीं

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देश के 5 एयरपोर्ट को चलाने की जिम्मेदारी अब अडानी ग्रुप के पास होगी। केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार ने कुल 6 एयरपोर्ट को निजी हाथों में सौंपने के लिए नीलामी के लिए रखा था, जिसमें से 5 एयरपोर्ट के लिए सबसे ऊंची बोली लगाकर अडानी ग्रुप ने जीत हासिल की है। इन हवाईअड्डों में लखनऊ, जयपुर, अहमदाबाद, मेंगलुरु तथा त्रिवेंद्रम शामिल हैं। एक अन्‍य एयरपोर्ट गुवाहाटी को लेकर मंगलवार को फैसला आ सकता है।

अडानी ग्रुप
फाइल फोटो

एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया (एएआई) के अनुसार, अधिकारी ने बताया कि अन्‍य बोलीदाताओं के मुकाबले अडानी ग्रुप की बोलियां बहुत ही आक्रामक थीं। द इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार, एएआई ने विजेता का चुनाव मासिक प्रति यात्री शुल्‍क के आधार पर किया है। एएआई अधिकारी ने कहा कि सभी औपचारिकताएं पूरी करने के बाद इन पांचों एयरपोर्ट को संचालन के लिए अडानी ग्रुप को सौंप दिया जाएगा।

वर्तमान में एएआई के प्रबंधन के तहत 6 एयरपोर्ट को निजी हाथों में सौंपने के लिए नीलामी के लिए रखा गया था, जिसके लिए 10 कंपनियों की ओर से कुल 32 टेक्‍नीकल बोलियां हासिल हुई थीं। अडानी ग्रुप के अलावा इन एयरपोर्ट के लिए जीएमआर ग्रुप, नेशनल इन्‍वेस्‍टमेंट और इंफ्रास्‍ट्रक्‍चर फंड (एनआईआईएफ), फेयरफैक्‍स इंडिया होल्डिंग्‍स कॉरपोरेशन, ऑस्‍ट्रेलिया की एएमपी कैपिटल, पीएनसी इंफ्रास्‍ट्रक्‍चर लिमिटेड और केरला स्‍टेट इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट कॉरपोरेशन लि (केएसआईडीसी) ने भी बोलियां जमा की थीं।

समाचार एजेंसी पीटीआई की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि पिछले साल नवंबर में केंद्र सरकार ने एएआई संचालित छह हवाईअड्डों के पब्लिक-प्राइवेट पार्टनरशिप (पीपीपी) आधार पर प्रबंधन के लिए एक प्रस्ताव को मंजूरी दी थी।

अहमदाबाद और जयपुर एयरपोर्ट दोनों को सात-सात बोलियां मिलीं। लखनऊ और गुवाहाटी को 6-6 बोलियां हासिल हुईं। मैंगलुरु और तिरुवनंतपुरम को तीन-तीन बोलियां मिलीं। अडानी समूह के प्रमुख गौतम अडानी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का बेहत करीबी दोस्त माना जाता है।

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