दिल्ली विधानसभा में पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय राजीव गांधी को मिले भारत रत्न को वापस लिए जाने की मांग वाले प्रस्ताव पर शुक्रवार (21 दिसंबर) को विवाद खड़ा हो गया। यह विवाद इतना बढ़ा कि आम आदमी पार्टी (आप) ने विधायक अलका लांबा से उनकी विधायकी और पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा तक मांग लिया। रिपोर्ट के मुताबिक, अलका लांबा ने राजीव गांधी को दिये गये भारत रत्न सम्मान को वापस लेने की मांग संबंधी विधानसभा में पेश कथित प्रस्ताव का विरोध करते हुए कहा कि वह विधायक पद से इस्तीफ़ा देने जा रही हैं।
समाचार एजेंसी ANI के मुताबिक आप विधायक अलका लांबा ने कहा, ‘पार्टी ने मेरा इस्तीफा मांगा है, मैं इस्तीफा देने के लिए तैयार हूं। लेकिन राजीव गांधी ने देश के लिए बहुत त्याग किया है और मैंने उनके ‘भारत रत्न’ वापस लेने के प्रस्ताव का समर्थन नहीं किया। मुझे इस्तीफा देने के लिए कहा गया क्योंकि मैं पार्टी के फैसले के खिलाफ खड़ा थी, मैं इस्तीफा देने के लिए तैयार हूं।’
AAP MLA Alka Lamba:Party has asked for my resignation.I'm ready to resign but Rajiv Gandhi has sacrificed a lot for country&I didn’t support the proposal in Assembly of taking back his Bharat Ratna. I've been asked to resign because I stood against the decision of the party pic.twitter.com/aYNf9DvLfV
— ANI (@ANI) December 21, 2018
अलका लांबा ने ट्वीट कर कहा, “आज दिल्ली विधानसभा में प्रस्ताव लाया गया की पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय श्री राजीव गांधी जी को दिया गया भारत रत्न वापस लिया जाना चाहिये, मुझे मेरे भाषण में इसका समर्थन करने को कहा गया, जो मुझे मंजूर नही था, मैंने सदन से वॉक आउट किया। अब इसकी जो सज़ा मिलेगी, मैं उसके लिये तैयार हूँ।”
आज @DelhiAssembly में प्रस्ताव लाया गया की पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय श्री राजीव गांधी जी को दिया गया भारत रत्न वापस लिया जाना चाहिये,
मुझे मेरे भाषण में इसका समर्थन करने को कहा गया,जो मुझे मंजूर नही था,मैंने सदन से वॉक आउट किया।
अब इसकी जो सज़ा मिलेगी,मैं उसके लिये तैयार हूँ। pic.twitter.com/ykZ54XJSAv— Alka Lamba (@LambaAlka) December 21, 2018
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, दिल्ली विधानसभा में शुक्रवार को आप के दो विधायकों ने 1984 सिख दंगा मामले का हवाला देते हुए राजीव गांधी का भारत रत्न सम्मान वापस लिए जाने की केंद्र सरकार से मांग करने वाला प्रस्ताव पेश किया था। फ़िलहाल इस बारे में आप की तरफ़ से कोई अधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं दी गयी। हालांकि, अब इस मामले पर आम आदमी पार्टी के भीतर ही घमासान हो गया है।