दिल्ली विधानसभा में पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय राजीव गांधी को मिले ‘भारत रत्न’ वापस लेने के प्रस्ताव का मामला थमने का नाम ही नहीं ले रहा है। इसी बीच, ख़बर आई कि आम आदमी पार्टी (आप) ने विधायक अलका लांबा से उनकी विधायकी और पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा मांगा। वहीं, आज दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने मीडिया के सामने आकर कहा, ‘किसी से कोई इस्तीफा नहीं मांगा गया है, ये सब महज अफवाह है।’

इसी बीच अब आम आदमी पार्टी (AAP) की विधायक अलका लांबा का बयान भी सामने आया है। समाचार एजेंसी ANI के मुताबिक, उन्होंने कहा के कि ‘मैं इस्तीफा नहीं दे रही हूं’।
वहीं अलका लांबा ने ट्वीट करते हुए लिखा, “मुझे बेहद ख़ुशी महसूस हो रही है कि पार्टी ने देश द्वारा स्वर्गीय श्री राजीव गांधी जी को दिये गए भारत रत्न का समर्थन किया है। श्री राजीव गांधी जी के अतुलनीय बलिदान और त्याग को यह देश कभी नही भुला सकता है। मैं उस प्रस्ताव की प्रति को हटा रही हूँ, जो कि विधानसभा में पास ही नही हुई।”
मुझे बेहद ख़ुशी महसूस हो रही है कि पार्टी ने देश द्वारा स्वर्गीय श्री #राजीव_गांधी जी को दिये गए #भारत_रत्न का समर्थन किया है,
श्री राजीव गांधी जी के अतुलनीय बलिदान और त्याग को यह देश कभी नही भुला सकता है।
मैं उस प्रस्ताव की प्रति को हटा रही हूँ,जो कि विधानसभा में पास ही नही हुई।— Alka Lamba (@LambaAlka) December 22, 2018
बता दें कि अभी थोड़ी देर पहले ही मनीष सिसोदिया ने अलका लांबा के इस्तीफे की खबर पर कहा था कि ‘किसी से कोई इस्तीफा नहीं मांगा गया है, ये सब महज अफवाह है।’ वहीं, पार्टी का रुख साफ करते हुए मनीष सिसोदिया ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी से भारत रत्न वापस लेने के पक्ष में नहीं हैं।
इस मामले पर बीजेपी और कांग्रेस पर हमला बोलते हुए उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा कि 1984 और 2002 दंगों के बारे में पूरा देश जानता है। जिनके हाथ खून से रंगे हुए हैं वो कम से कम संभल कर रहें देश में और मोहब्बत की राजनीति करें।
Press Conference LIVE
Posted by Manish Sisodia on Saturday, December 22, 2018
बता दें कि इससे पहले अलका लांबा ने कहा था कि, ‘पार्टी ने मेरा इस्तीफा मांगा है, मैं इस्तीफा देने के लिए तैयार हूं। लेकिन राजीव गांधी ने देश के लिए बहुत त्याग किया है और मैंने उनके ‘भारत रत्न’ वापस लेने के प्रस्ताव का समर्थन नहीं किया। मुझे इस्तीफा देने के लिए कहा गया क्योंकि मैं पार्टी के फैसले के खिलाफ खड़ा थी, मैं इस्तीफा देने के लिए तैयार हूं।’
वहीं, अलका लांबा ने एक ट्वीट कर कहा था कि, “आज दिल्ली विधानसभा में प्रस्ताव लाया गया की पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय श्री राजीव गांधी जी को दिया गया भारत रत्न वापस लिया जाना चाहिये, मुझे मेरे भाषण में इसका समर्थन करने को कहा गया, जो मुझे मंजूर नही था, मैंने सदन से वॉक आउट किया। अब इसकी जो सज़ा मिलेगी, मैं उसके लिये तैयार हूँ।”