राफेल विमान सौदा का मामला थमने का नाम नहीं ले रहा है। इसी कड़ी में दिल्ली में सत्तारूढ़ आम आदमी पार्टी (AAP) के नेता और राज्यसभा सांसद संजय सिंह के खिलाफ अनिल अंबानी के 5,000 करोड़ रुपये के मानहानि के केस में सोमवार (21 जनवरी 2019) को अहमदाबाद सिटी सिविल और सेशन कोर्ट में सुनवाई हुई।
मीडिया से मुखातिब होते हुए सिंह ने कहा कि “अम्बानी के द्वारा किये गये 5000 करोड़ रूपये के मानहानि मुक़दमे में आज कोर्ट में अपना जवाब दाखिल किया है। आगे उन्होंने कहा कि कोर्ट फीस बचाने के लिए अनिल अम्बानी ने अहमदाबाद में मुक़दमा किया है।
सरकार की मंसा पर सवाल उठाते हुए उन्होंने कहा कि यह बात समझ के परे है कि 78 साल के अनुभवी व भारत के गौरव हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड को दरकिनार कर क्यों अनिल अम्बानी को इसका ठेका दिया गया। उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि जिस कंपनी को साइकिल का टायर भी बनाना नही आता वह कंपनी कैसे इस देश की सुरक्षा के लिए विमान बनाएगी?
बता दें कि बीते वर्ष फरवरी माह में उद्योगपति अनिल अंबानी ने संजय सिंह के खिलाफ पांच हजार करोड़ रुपये का मानहानि का कानूनी नोटिस भेजा था तथा उसी मामले में केस दर्ज भी कराई थी। सिंह राफेल सौदे में हुई कथित अनियमितताओं पर संसद में लगातार आवाज उठाते रहे हैं। इसके अलावा उन्होंने मीडिया व अन्य जनमंचों से लगातार इस मामले को जनता के बीच रखा।
कोर्ट में केस दर्ज हो जाने के बाद उन्होंने कहा था कि ‘भारत माता की रक्षा के नाम पर देश को लूटने वाले और घोटाला करने वालों का कोई सम्मान नहीं है। मैं अपने स्टैंड पर कायम हूं और न्यायलय में अपना पक्ष रखूंगा।’ रिलायंस ग्रुप आफ कंपनीज द्वारा भेजा गया नोटिस सिंह के 13 फरवरी की प्रेस वार्ता के संदर्भ में था, जिसमें उन्होंने भारत सरकार द्वारा फ्रांस की सरकार से 36 राफेल लड़ाकू विमानों की खरीद के ‘मुद्दों’ को उठाया था।
रिलायंस समूह द्वारा आरोप लगाया गया कि प्रेस वार्ता में सिंह द्वारा दिए समूह के बारे में दिए गए बयान ‘अपमानजनक और गंभीर मानहानि’ वाले थे। इसके बाद आप नेता और राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने भी जवाबी हमला करते हुए एक के बाद एक ट्वीट कर कहा था कि ‘उद्योगपतियों की दबंगई चरम पर है, पहले घोटाला करेंगे, फिर उसके ख़िलाफ़ आवाज़ उठाने वालों पर मानहानि, राफ़ेल रक्षा सौदे का घोटाला उजागर करने पर अम्बानी ने मेरे ऊपर देश का सबसे बड़ा 5000 करोड़ का मानहानि नोटिस भेजा, अपनी बात पर क़ायम हूं बन्दर घुड़की नहीं चलेगी।’